दिल्ली के चिड़ियाघर से चोरी हुए 11 चंदन के पेड़, जांच में जुटी पुलिस
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के अंदर से चोरों ने चंदन के करीब एक दर्जन पेड़ काटकर, करोड़ों रुपये की लकड़ी चोरी कर ली। चोरी की इस वारदात को गुरुवार रात, कुछ घंटों के अंदर अंजाम दिया गया है। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं, बावजूद सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। चिड़ियाघर प्रबंधन को इस वारदात के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ होने का संदेह है। प्रबंधन ने चोरी के पीछे अंदरुनी मिलीभगत से भी इन्कार नहीं किया है। फिलहाल, घटनास्थल को सील कर दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
हो सकता है किसी बड़े गैंग का हाथ
चिड़ियाघर प्रबंधन का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में चोरों के पास चंदन के वृक्षों को काटने के लिए अत्याधुनिक मशीन व औजार दिख रहे हैं। वृक्ष काटने का इनका तरीका भी अलग है। इससे प्रतीत हो रहा है कि चोरी के पीछे किसी पेशेवर गिरोह का हाथ है। प्रबंधन ने शक जाहिर किया है कि इस वारदात में चंदन तस्करों का हाथ हो सकता है।
प्रबंधन का दावा है कि यह गैंग दिल्ली से बाहर का है, जो इस तरह की घटनाओं में लिप्त रहता है। प्रबंधन का कहना है कि चोर लंबे समस से घटनास्थल की रेकी कर रहे थे। चिड़ियाघर प्रबंधन अभी इन लकड़ियों की कीमत के बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि, चोरी की गई चंदन की लकड़ी की कीमत करोड़ों में हो सकती है। उद्यान से काटे गए चंदन के पेड़ों की उम्र दस वर्ष से अधिक थी, यानी ये वृक्ष पूरी तरह से तैयार थे। बाजार में एक किलोग्राम चंदन की लकड़ी की कीमत 45 से 50 हजार रुपये के बीच है।
सुंदर नर्सरी के इलाके से घुसे चोर चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन का कहना है कि चोरों ने जिस तरफ से इस वारदात को अंजाम दिया है, वह आवासीय इलाका है। चोरों ने चिड़ियाघर में लगी एक मजबूत जाली को काटकर अंदर प्रवेश किया है। चिड़ियाघर से सटा इलाका सुंदर नर्सरी का है। इस बात की आशंका ज्यादा है कि चोरों ने इसी इलाके से प्रवेश किया हो। उन्होंने तैनात सुरक्षा एजेंसी को नोटिस जारी कर ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी है।