कोविड पर चीन की चाल से सांसत में हॉन्गकॉन्ग वासियों की जान, रातों-रात खाली कर डाली दवाइयों की दुकान
बीजिंग। चीन ने आज से हांगकांग की सीमा फिर से खोल दिया है, जिसके बाद लोगों के बीच खुशी का माहौल देखने को मिला है। साथ ही चीन में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारंटाइन की अनिवार्यता को भी खत्म कर दिया गया है। रविवार को बॉर्डर की सीमा खुलने के बाद अपनी पत्नी से दो साल तक अलग रहने वाले हांगकांग निवासी चेउंग सेंग-बन रविवार क्रॉसिंग पॉइंट्स को पार करने वाले सबसे पहले व्यक्ति रहे। बॉर्डर क्रॉस करने से पहले उन्होंने मीडिया से कहा था कि वो अपनी पत्नी से मिलने के लिए काफी बेचैन हैं।
कोविड नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
हालांकि, हांगकांग और चीन के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को अभी भी 48 घंटे पूराना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट पेश करना आवश्यक है। दरअसल, हांगकांग में कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल गया था जिसके कारण इसकी भूमि व समुद्री सीमा चौकियों को चीन के लिए लगभग तीन सालों से बंद कर दिया गया था। हालांकि, अभी भी चीन में नए संक्रमण के फैलने के आसार है लेकिन फिर भी बॉर्डर को खोल दिया गया ह। सीमा खोले जाने के बाद उम्मीद की जा रही है कि अब रोजाना हांगकांग से हजारों लोग सीमा पार करके चीन आएंगे। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिलें।
चीन की सीमाएं काफी हद तक अब भी सील हैं। वहीं, चीन में आने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पहले के मुकाबले काफी कम हैं। अब आशंका है कि इसकी संख्या में बढ़ोतरी देखी जाएगी क्योंकि बीजिंग के मुख्य हवाई अड्डे के आगमन हॉल को फिर से खोलने की तैयारी की जा रही है जो कि पिछले तीन सालों से शांत पड़ी थी। साथ जो पिछले तीन वर्षों से शांत है।
कोविड मामलों में आ सकती है तेजी
चीन के प्रमुख शहरों में कोरोना के मामले काफी तेजी से फैल रहे हैं और अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या काफी ज्यादा हो चुकी है। इसी बीच आने वाले दिनों में चीन में लूनर न्यू ईयर की भीड़ भी शुरू होने वाला है जिसके बाद कम विकसित क्षेत्रों में ये वायरस तेजी से फैल सकता है। चीन ने कहा है कि विदेशी सरकार अपने यात्रियों पर कोविड टेस्ट करने का दबाव बना रही है जैसा कि हाल ही में जर्मनी और स्वीडन में किया गया, जो सही नहीं है।
चीन ने आरोपों को किया खारिज
चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कोरोना के नए मामलों, गंभीर मामलों और मौतों की दैनिक गणना प्रकाशित की जाती है लेकिन ये गणना केवल आधिकारिक तौर पर पुष्टि किए गए हैं। इसमें COVID-19 से होने वाली मौतों की बहुत ही कम जानकारी दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने कोविड के अनिवार्य टेस्ट को समाप्त कर दिया है और कम लक्षण होने पर घर में ही क्वारंटिन होने के लिए कहा है। इसलिए यह चीन के वास्तवित स्थिति की पूरी जानकारी नहीं दे रहा है।
अमेरिका का मानना है कि चीन में अब तक कोरोना से 10 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वही, एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी चीनी आंकड़े को लेकर चिंता जताई थी। वहीं, चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन व अन्य देशों के इस आरोप को खारिज कर दिया। अधिकारियों ने सफाई में कहा कि कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है।
आलोचकों ने बड़े पैमाने पर उन ऐसे लोगों पर ध्यान केन्द्रीत कराया है जो कि हफ्तों तक अपने घरों में बंद रहते हैं और कभी-कभी तो स्थिति ऐसी हो जाती है कि उन्हें खाने के पर्याप्त भोजन और चिकित्सा देखभाल भी नहीं मिल पाती हैं। साथ ही लोगों में इस बात का भी गुस्सा है कि जो लोग संक्रमित होते हैं या ऐसे लोगों के संपर्क में आने के कारण अस्पताल में भर्ती होते हैं उन्हें वहां, भीड़भाड़, खराब भोजन और अस्वच्छ माहौल मिलता है।
बदले गए कई नियम
शनिवार को जारी किए गए एक आधिकारिक नोटिस के अनुसार अब यदि कोई व्यक्ति सीमा पार करके क्वारंटिन जैसे नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं होगी। साथ ही नोटिस में कहा गया है कि वर्तमान में हिरासत में लिए गए व्यक्तियों को भी रिहा कर दिया जाएगा और जब्त संपत्तियां वापस कर दी जाएंगी।
शुक्रवार को चीन के परिवहन मंत्रालय ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे कम से कम यात्रा करें और कम से कम सभाओं में जाएं, खासकर अगर वे बुजुर्ग, गर्भवती महिला और छोटे बच्चे हैं।