पुलिस अभिरक्षा से फरार 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को STF ने किया गिरफ्तार
गाजियाबाद। तीन साल पहले कचहरी परिसर से भागे सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को आखिरकार एसटीएफ नोएडा ने शनिवार को आइएसबीटी कश्मीरी गेट से गिरफ्तार कर लिया। फरार होने के कारण आरोपित की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। एसटीएफ ने शनिवार शाम आरोपित को थाना कविनगर पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
दिल्ली, पंजाब व उज्जैन में छिपा रहा
एसटीएफ के एडिशनल एसपी आरके मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित गौतमबुद्धनगर के तिलपता में डिफेंस कालोनी में रहने वाले अनुज रावत है। अनुज, संदीप, अमन व अरुण के खिलाफ थाना कविनगर में साल 2016 में नशीला पदार्थ देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगा एक युवती ने केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने उसे 22 सितंबर 2017 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 17 दिसंबर 2019 को सुनवाई के दौरान वह पुलिसकर्मी को झांसा देकर कचहरी परिसर से फरार हो गया था। गाजियाबाद से भागकर वह सीधे दिल्ली पहुंचा था। दिल्ली के बाद पंजाब और फिर उज्जैन में तीन साल के दौरान अनुज ने कई ठिकाने बदले। अनुज की अभिरक्षा में तैनात सिपाही रामवीर सिंह को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया था। अनुज और रामवीर के खिलाफ थाना कविनगर में केस भी दर्ज किया गया था।
सुशील फौजी गिरोह से जुड़ गया था आरोपित
एसटीएफ को अनुज ने बताया कि मेरठ में 12वीं की पढ़ाई के दौरान उसके एक सहपाठी से सुशील फौजी गिरोह का सुमित जाट मिलने आता था। सुमित से मिलकर वह सुशील फौजी गिरोह के संपर्क में आया था। फरार होने के बाद इसी गिरोह की मदद से वह एक के बाद एक ठिकाने बदलता रहा। गाजियाबाद पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही। एसटीएफ ने मुखबिर तंत्र के जरिए शनिवार को आइएसबीटी से आरोपित को उस समय दबोच लिया, जब वह जगह बदलकर किसी और जगह भागने की फिराक में था।