हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र स्थित एक एल्युमीनियम का सामान बनाने वाली फैक्टरी में हथियारबंद करीब 14 बदमाशों ने चार सुरक्षाकर्मियों को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया। चारों को गार्ड रूम में बंद कर लाखों रुपये का सामान लेकर फरार हो गए। गार्डों ने किसी तरह खुद को बंधक मुक्त करने के बाद अपने अधिकारी को घटना की जानकारी दी। डकैती की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। जबकि लापरवाही पर एसएसपी अजय सिंह ने थाना प्रभारी और रात्रि अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया।
सलेमपुर महदूद में लोलेड नाम से एल्युमीनियम का सामान बनाने वाली फैक्टरी थी। बीते वर्ष मई महीने में इस फैक्टरी को फाइन ऑटोमेटिव एंड इंडस्ट्रियल रेडिएटर्स कंपनी ने खरीदा था। अभी फैक्टरी शुरू नहीं हो पाई है। लेकिन लाखों रुपये का सामान अंदर रखा हुआ है। शनिवार की रात चार सुरक्षाकर्मी अमित, मनीष, पदम, सुरेंद्र कंपनी में तैनात थे। दो मुख्यद्वार और दो पीछे वाले गेट पर चौकीदारी कर रहे थे।
रात में करीब एक बजे करीब 14 नकाबपोश बदमाश हथियार और लोहे की रॉड लेकर अंदर घुस आए। सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। हाथ-पैर रस्सी से बांधकर चारों को गार्ड रूम में बंद कर दिया। इसके बाद बदमाश फैक्टरी में अंदर रखे लाखों रुपये के एल्युमीनियम के सामान को चार से पांच चक्कर लगाकर जुगाड़ वाहन में लादकर ले गए।
अधिकारियों में मचा हड़कंप
तड़के पांच बजे बदमाशों के जाने के बाद किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने रस्सी खोली और अपने फील्ड ऑफिसर अनुराग को सूचना दी। इसके बाद सुबह करीब 7:30 बजे डकैती की सूचना मिलने से पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जबकि सुबह करीब 11:30 बजे एसपी क्राइम रेखा यादव और सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने भी फैक्टरी पहुंचकर मौका मुआयना किया। एसपी रेखा यादव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
थाना प्रभारी ने अधिकारियों को देर से दी सूचना
फैक्टरी में डकैती की सूचना को सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद कुमार उनियाल ने तत्काल उच्च अधिकारी को नहीं दी। सुबह देरी से डकैती की घटना को चोरी बताते हुए जानकारी दी। जिस पर एसएसपी अजय सिंह का पारा चढ़ गया। उन्होंने अपने स्तर से पहले घटना की जानकारी जुटाई। डकैती की बात सामने आई। इसपर एसएसपी ने एसओ प्रमोद उनियाल और रात्रि अधिकारी उप निरीक्षक बारू सिंह चौहान को घटना छुपाने और अपराध को कम करके बताने पर तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। इंस्पेक्टर प्रमोद उनियाल को घटना का खुलासा होने तक पुलिस लाइन से दबिश देने वाली टीम में रखा है। जबकि रानीपुर कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार को सिडकुल थानाध्यक्ष और सीआईयू प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट को रानीपुर कोतवाली प्रभारी बनाया है।
आरोपियों तक पहुंचे पुलिस के हाथ
पुलिस और एसओजी की कई टीमें आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई हैं। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में टीमें दबिश दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। जिस कबाड़ी के यहां सामान बेचा गया उसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश में टीमें जुटी हैं। सोमवार को पुलिस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है।
फैक्टरी में डकैती की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें लगाई गई हैं। उत्तर प्रदेेश के अलग-अलग जनपदों में भी टीमों को भेजा गया है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
– अजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार