राजकीय संप्रेक्षण गृह के किशोर की संदिग्ध हालत में मौत, हत्या के मामले में था बंद
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर शहर कोतवाली क्षेत्र के आर्यपुरी स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में बंद किशोर की अचानक चक्कर आने से मौत हो गई। मामले की जांच के लिए डीएम और जिला जज को पत्र लिखा गया है। चरथावल थानाक्षेत्र के बिरालसी गांव निवासी 16 वर्षीय हिमांशु को पुलिस ने अपहरण और हत्या के मामले में बीते साल फरवरी माह में जेल भेजा था। 23 मई को नाबालिग घोषित होने के बाद कोर्ट ने उसे जिला कारागार से राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में भेज दिया था, तब से वह वहां बंद था।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार शाम चार बजे उसने नाश्ता किया था। नाश्ता करने के बाद अचानक वह चक्कर आने पर गिर गया। आनन-फानन में कर्मचारी उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। शहर कोतवाल आनंददेव मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। जानकारी मिलने पर स्वजन भी जिला अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेज दिया। शहर कोतवाल ने बताया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
अपहरण करने के बाद कर दी थी आशुतोष की हत्या
बता दें कि चरथावल थानाक्षेत्र के बिरालसी गांव निवासी आशुतोष का पिछले साल फरवरी माह में फिरौती के लिए अपहरण हुआ था। दो लाख की फिरौती मिलने से पहले ही अपहरणकर्ताओं ने आशुतोष की हत्या कर दी थी। पुलिस ने मामले का राजफाश करते हुए बाल अपचारी हिमांशु और उसके दो साथी रमेश और सुमित को जेल भेज दिया था। नाबालिग घोषित होने के बाद कोर्ट ने हिमांशु को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया था।
संप्रेक्षण गृह पहुंचे जिला प्रोबेशन अधिकारी
हिमांशु की मौत के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम बाल संप्रेक्षण गृह पहुंचे। यहां पर उन्होंने बच्चों के रहन सहन और सर्दी से बचाव की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया, हिमांशु के पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सकों का पैनल गठित किया गया है। मामले की जांच के लिए डीएम और जिला जज को पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया, संप्रेक्षण गृह में ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम है।