अमेरिका में RNC अध्यक्ष पद के दावेदार हरमीत ढिल्लों का छलका दर्द-सिख होने कारण रिपब्लिकन बना रहे निशाना
वॉशिंगटन। रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही प्रमुख भारतीय अमेरिकी वकील हरमीत ढिल्लों ने साथी रिपब्लिकन नेताओं पर संगीन आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वो अपने सिख धर्म के कारण अपनी ही पार्टी के नेताओं के कट्टर हमलों का सामना कर रही हैं। हरमीत ढिल्लो ने कहा कि वो इससे हार नहीं मानेंगी और टॉप पोजीशन की दौड़ में बनी रहेंगी। कैलिफोर्निया रिपब्लिकन पार्टी की पूर्व सह अध्यक्ष ढिल्लों 54 साल की हैं। वो इस पद के लिए शक्तिशाली उम्मीदवार रोना मैकडैनियल के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
‘सकारात्मक बदलाव लाने से पीछे नहीं हटूंगी’
ढिल्लों ने सोमवार को अपने सत्यापित ट्विटर हैंडल पंजाबन पर कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ”ये बिल्कुल स्पष्ट है कि मुझे या मेरी टीम को किसी भी तरह की धमकी, या सीधे कुर्सी से जुड़े मेरे सहयोगियों द्वारा मेरे विश्वास पर किए जा रहे बड़े हमले मुझे आरएनसी में सकारात्मक बदलाव को आगे बढ़ाने से नहीं रोकेंगे। इसमें जवाबदेही, पारदर्शिता, ईमानदारी और शालीनता के नए मानक शामिल हैं।”
नतीजे भुगतने की मिल रही है धमकी
ढिल्लों ने कहा कि उन्हें सोमवार को कई धमकी भरे ट्वीट मिले हैं। ढिल्लों ने कहा कि रोना के स्टेट चेयर समर्थकों में से एक ने डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासत के बारे में मेरे संदेश का जवाब दिया। उसने आरोप लगाया कि अगर मैंने मतदाताओं की ओर से “चिढ़ाने वाले” टेक्स्ट मैसेज को भिजवाना बंद नहीं किया, तो मुझे परिणाम भुगतने होंगे। मगर मेरी टीम में किसी ने भी किसी को भी नहीं कहा है कि वो सदस्यों को मैसेज करें।
आरएनसी में बदलाव लाना चाहती हैं ढिल्लों
आरएनसी के चेयरपर्सन का चुनाव 27 जनवरी को होगा। ढिल्लों को मैकडैनियल के खिलाफ रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए समर्थन मिला है। उन्होंने कहा, “हमें आरएनसी को विकेंद्रीकृत करना है। साथ ही इसे पैरवी करने वालों, सलाहकारों और स्पष्ट रूप से उन राजनेताओं से दूर करने की जरूरत है, जो हमारे मतदाताओं की कीमत पर पार्टी की दिशा तय करते हैं।” उनकी प्रतिद्वंद्वी मैकडैनियल ने विश्वास के आधार पर किए जाने वाले हमले की निंदा की है।
‘विश्वास, परिवार और स्वतंत्रता की पार्टी’
मैकडैनियल ने कहा कि हम विश्वास, परिवार और स्वतंत्रता की पार्टी हैं। हमारी पार्टी या हमारी राजनीति में इस तरह के हमलों की कोई जगह नहीं है। मैकडैनियल ने कहा, ”मैं खुद भी अल्पसंख्यक धर्म से हूं। मैं कभी भी इस तरह के हमलों की इजाजत नहीं दूंगी। मैंने सकारात्मक अभियान चलाने का संकल्प लिया है और आगे भी ऐसा करती रहूंगी।”