अंतर्राष्ट्रीय

टैक्स चोरी के आरोपों से मुक्त हुईं नोबेल पुरस्कार विजेता Maria Ressa, कहा- सच्चाई की जीत हुई

मनीला। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया रसा और उनकी ऑनलाइन समाचार कंपनी को फिलीपींस की एक अदालत ने बुधवार को कर चोरी के आरोपों से मुक्त कर दिया है। बता दें कि रसा का कहना था कि उन्हें पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के खिलाफ रिपोर्टिंग करने को लेकर इन मामलों में फंसाया गया है। कोर्ट ऑफ टैक्स अपील्स ने फैसला सुनाया कि अभियोजक इस आरोपों को साबित करने में विफल रहे कि दो विदेशी निवेशकों के साथ साझेदारी के माध्यम से पैसा जुटाने के बाद रसा और उनकी कंपनी रैप्लर होल्डिंग कॉरपोरेशन ने चार मामलों में टैक्स भुगतान से खुद को बचा लिया।

रसा ने फैसले का किया स्वागत

फैसले के बाद भावुक रेसा ने कहा, ”फैक्ट जीतता है, सच्चाई जीतती है, न्याय जीतता है।” उन्होंने कहा कि मेरा आरोपों से बरी होने का मतलब है कि मैंने इस तरह का कोई जुर्म नहीं किया है। उन्होंने हिरासत में ली गई पूर्व सीनेटर लीला डी लीमा और फ्रेंची माई कोम्पियो जैसे जेल में बंद पत्रकारों की आजादी की भी मांग की। डी लीमा पिछले छह सालों से जेल में बंद हैं, जबकि कॉम्पियो पिछले तीन साल से जेल में हैं।

वहीं, रैप्लर ने राजनीतिक साजिश पर विजय के रूप में अदालत के इस फैसले का स्वागत किया। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि अदालत को इस न्यायोचित निर्णय के लिए धन्यवाद देते हैं और स्वीकार करते हैं कि आंतरिक राजस्व ब्यूरो द्वारा लगाए गए धोखाधड़ी, झूठे और कमजोर आरोपों का वास्तव में कोई आधार नहीं है।

रसा ने 2021 में जीता था नोबेल

इसके अलाव, रैप्लर ने फैसला सुनाए जाने के बाद रसा के हवाले से कहा कि आज तथ्य, सच्चाई और न्याय की जीत हुई है। बता दें कि रसा ने अपने समाचार संगठनों के अस्तित्व को लेकर लड़ने के लिए 2021 में रूसी पत्रकार दिमित्री मुराटोव के साथ नोबेल जीता था। हालांकि, सरकार ने उनकी कंपनी को बंद करने की कोशिश की थी। दोनों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया था, जो लोकतंत्र और स्थायी शांति के लिए महत्वपूर्ण हैं।

2018 में लगा था आरोप

बता दें कि मनीला में सिक्योरिटीज व ऐक्सचेंज कमीशन ने 2018 में यह आरोप लगाया था कि विदेशी निवेशकों ओमिडयार नेटवर्क और नॉर्थ बेस मीडिया से पैसा लेकर समाचार वेबसाइट ने एक संवैधानिक प्रावधान का उल्लंघन किया है। फिलीपींस, मीडिया कंपनियों के विदेशी स्वामित्व और नियंत्रण को प्रतिबंधित करता है। फिलीपींस आयोग ने आरोप के आधार पर रैप्लर को बंद करने का आदेश दिया, जिसे कंपनी ने नकार दिया। इसके बाद उसने कोर्ट में यह कहते हुए अपील की है कि यह पूरी तरह से फिलीपींस के स्वामित्व और नियंत्रित वाली समाचार कंपनी है। उनके ख़िलाफ टैक्स चोरी के कुल चार मामले दर्ज किए गए थे।

कई मामलों को मीडिया कंपनी ने किया उजागर

2012 में स्थापित रैप्लर, फिलीपींस और अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों में से एक है। इसने अवैध ड्रग्स पर पूर्व राष्ट्रपति दुतेर्ते की क्रूर कार्रवाई पर गंभीर रूप से रिपोर्ट की थी। ड्रग्स के कारण हजारों लोग मारे गए थे। इसके अलावा, कंपनी ने कोरोना वायरस को लेकर लंबे समय तक लागू लॉकडाउन सहित नियंत्रण पॉलिसी के चलते देश में बढ़ी गरीबी, मंदी और सरकारी चिकित्सा खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों को भी जबरदस्त तरीके से कवर किया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button