अंतर्राष्ट्रीय

मक्की ने जेल से वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ दिया बड़ा बयान, क्या चल रहा है आतंकी के मन में

नई दिल्ली। लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) को पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल किया था। वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद मक्की ने एक वीडियो जारी किया है। मक्की ने वीडियो में अल कायदा (Al Qaeda) या इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों के साथ किसी भी तरह के संबंध होने से इनकार किया है। मक्की ने कहा कि वो भारत (India) की वजह से ग्लोबल टेररिस्ट (Global Terrorist) घोषित हुआ है फैसला सुनाने से पहले उसकी बात नहीं सुनी गई।

चीन लगाता रहा है अडंगा

पाकिस्तान का कुख्यात आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एकतरफा फैसला करते हुए ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में डाल दिया, यह खेदजनक है। उसने कहा कि लिस्टिंग के संबंध में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। मक्की आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी चीफ है। यूएनएससी में उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में अब तक चीन अड़ंगा लगा रहा था।

‘लादेन या जवाहिरी से कभी नहीं मिला’

जेल से जारी किए गए वीडियो में मक्की ने कहा, ‘मेरा मानना है कि आतंकी सूची में मेरा नाम शामिल करने का फैसला भारत सरकार की गलत सूचनाओं पर आधारित है। मैं ओसामा बिन लादेन, अयमान अल-जवाहिरी या अब्दुल्ला आजम से कभी नहीं मिला, जैसा कुछ रिपोर्ट्स में आरोप लगाया गया है।’ मक्की ने दावा किया कि अल कायदा और आईएसआईएस की हरकतें उसकी विचारधारा के विपरीत हैं। उसने कहा, ‘मैं इस तरह के समूहों की ओर से किए गए सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा की निंदा करता हूं।’

‘कभी नहीं रहा फैकल्टी’

लाहौर की कोट लखपत जेल से जारी किए गए वीडियो में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए गए मक्की ने 1980 के दशक में इस्लामिक यूनिवर्सिटी इस्लामाबाद का फैकल्टी होने के आरोपों से भी इनकार किया। मक्की ने कहा कि उसने कभी भी इस्लामिक यूनिवर्सिटी में टीचिंग नहीं की है, वो कभी भी फैकल्टी नहीं रहा। मक्की 26/11 मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बहनोई है। भारत और अमेरिका में पहले ही मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है।

फंडिंग जुटाने में रहा सक्रिय

आतंकी अब्दुल रहमान मक्की आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंडिंग जुटाने का काम करता रहा है। इसके अलावा कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में भी उसका हाथ रहा है। मक्की भारत के खिलाफ आतंकियों को तैयार भी करता है। मक्की युवाओं को हिंसा के लिए कट्टरपंथी बनाता है और उन्हें भड़काता है। पाकिस्‍तान की एक अदालत ने टेरर फंडिंग मामले में अब्दुल रहमान मक्की को 6 महीने की सजा सुनाई थी। वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के बाद मक्की पर कई प्रतिबंध लगाए जाएंगे। मक्की की संपत्ति को फ्रीज किया जाएगा। इसके अलावा मक्की की यात्रा पर भी प्रतिबंध लगेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button