गाजियाबाद। अवध असम एक्सप्रेस में टीटीई के यात्री को पीटने का एक वीडियो शुक्रवार को प्रसारित हुआ। वीडियो गुरुवार को न्यू तिनसुकिया से चली ट्रेन में अमरोहा-गजरौला बताया जा रहा है। गाजियाबाद में ट्रेन के रुकने पर दोनों पक्षों ने जीआरपी को शिकायत दी, लेकिन फिर कार्रवाई के डर से दोनों ने समझौता कर लिया। वीडियो के आधार पर रेलवे ने जांच शुरू कर दी है।
जानें पूरा मामला
मोहम्मद वारिस अपने साथी दिलनवाज के साथ गुरुवार को ट्रेन के स्लीपर कोच में अमरोहा से बहादुरगढ़ के लिए सवार हुआ था। प्रसारित वीडियो में पहले गाली देते हुए आवाज आती है कि इसे बंद कर दो। फिर वारिस कह रहा है कि बंद कर दो, आप मार क्यों रहे हो बिना बात के। शिकायत करूंगा आपकी। मैं कह रहा हूं कि अगले स्टाप पर उतरूंगा तो मार क्यों रहे हो। वीडियो बन रहा है आपका।
इसी बीच, उस पर हमला होता है, जिसके बाद वारिस वीडियो में बता रहा है कि भीड़ के चलते वह जनरल कोच में नहीं चढ़ पाया तो स्लीपर में सवार हो गया था। टीटीई ने दोनों के 300-300 रुपये मांगे। आरोप है कि रुपये के बारे में पूछने पर टीटीई ने पीटना शुरू कर दिया।
टीटीई ने क्या कहा?
मुरादाबाद मंडल में तैनात टीटीई सूरज के मुताबिक, दोनों के पास जनरल टिकट था। पेनल्टी लगाकर 600 रुपये की रसीद काटी थी, लेकिन जुर्माना देने के बजाय वारिस गाली-गलौज करने लगा। मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए बताया कि उन्होंने तुरंत ट्रेन में तैनात जीआरपी सिपाहियों को मौके पर बुलाया। सूरज के मुताबिक वारिस के दो स्वजन जीआरपी थाने पर आए और उन्होंने जुर्माने की रकम भरकर आग्रह किया कि बच्चे हैं। इसलिए कोई कार्रवाई न करें। इस आग्रह के बाद ही समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
एसएचओ जीआरपी अनुज मलिक ने बताया कि ट्रेन के गाजियाबाद में रुकने पर दोनों पक्षों को थाने पर लाया गया। यहां पहले दोनों ने शिकायत दी और फिर लिखित समझौता करते हुए कहा कि इस मामले में वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते।