डर, सदमा और दुख… लखनऊ में बहुमंजिला इमारत गिरने की कहानी चश्मदीदों की जुबानी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में वजीर हसन रोड स्थित चार मंजिला अलाया अपार्टमेंट मंगलवार देर शाम अचानक भरभराकर बैठ गया। इस चार मंजिला इमारत में 12 फ्लैट थे। हादसे के बाद मलबे में 15 से 20 की संख्या में लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त इमारत की मरम्मत का कार्य चल रहा था।
हालांकि, इमारत के ढहने का अंदाजा किसी को भी नहीं था। यह हादसा यकायक हुआ है। वहीं, सूचना मिलने पर मौके पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंच गई, जो बचाव कार्य में जुटी हैं।
राहत कार्य में जुटी बचाव टीमों ने अब तक 9 घायलों को बाहर निकाला है, जिनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इधर, हादसे की खबर मिलते ही उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी घटनास्थल पर जा पहुंचे। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
लोगों को बचाना हमारे लिए बड़ी चुनौती: उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि बिल्डिंग चार मंजिला थी। ढही इमारत के मलबे से सात लोग निकाले गए हैं, जिन्हें अचेत अवस्था में सिविल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अभी सबसे बड़ी चुनौती लोगों को बचाना है, लेकिन अभी यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि मलबे में कितने लोग फंसे हैं।
बेसमेंट बनाने का चल रहा था काम
उप मुख्यमंत्री के अनुसार, लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में 30-35 परिवार रहते थे। इमारत में बेसमेंट बनाने का काम चल रहा था, जिसके लिए ड्रिलिंग की गई थी। शाम को काम बंद होने के बाद लगभग सात बजे बिल्डिंग ढह गई। पाठक ने कहा कि उन्हें जैसे ही हादसे की सूचना मिली, वे तुंरत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व पुलिस को राहत कार्य का निर्देश दिया और वह खुद भी मौके पर पहुंचे।
सूचना मिलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को राहत एवं बचाओ कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी ने घायलों के शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना की है।
कुल सात लोग घायल मिले
अब तक की अपडेट के अनुसार, इमारत में पिलर की मरम्मत और बेसमेंट बनाने का काम किया जा रहा था। वहीं घायलों में एक बच्चा भी शामिल है, जिसे फौरन अस्पताल पहुंचाया गया। खबर के अपडेट होने तक सात लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। वहीं एक महिला को सकुशल बरामद किया गया है। हादसे में अभी तक किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
कहीं भूकंप तो वजह तो नहीं!
गौरतलब है कि अलाया अपार्टमेंट हादसे से तकरीबन पांच घंटे पहले नेपाल से लेकर उत्तर भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। बताया गया कि इस भूकंप के कारण मरम्मत हो रही इमारत में दरार आ गई थी। इसके चलते इस इमारत हादसे में भूकंप को भी कारक माना जा रहा है। हालांकि, हादसा किस कारण हुआ यह अभी जांच का विषय बना हुआ है। फिलहाल, राहत कार्य जारी है।