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प्रेम विवाह करने वाली पत्नी बनी कातिल, जीजा-प्रेमी के साथ रची साजिश, 7 लाख की सुपारी देकर पति को मरवाया

फतेहपुर: मुंबई के धागा कारोबारी अमित गुप्ता की किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने ही प्रेमी और बहनोई (बहन का पति) के साथ मिलकर किराए के हत्यारों से कराई थी। सर्विलांस टीम की मदद से बिंदकी कोतवाली पुलिस ने घटना का राजफाश कर हत्यारोपी पत्नी समेत चार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि प्रेमी और बहनोई समेत तीन फरार हैं।

हत्थे चढ़ी आरोपी पत्नी ने बताया कि पति के एक महिला से अवैध संबंध थे। इसकी आपत्तिजनक तस्वीरें भी उसने देख ली थी। कुछ माह पूर्व पति ने प्रेमिका को रुपये देने के लिए 40 लाख रुपये में एक फ्लैट बेच दिया था और अब दूसरा भी बेचना चाहता था। इसलिए उसने प्रेमी और बहनोई की मदद से सात लाख रुपये की सुपारी देकर पति की हत्या करा दी।

पेशगी के तौर पर उसने पति के गांव जाने के बाद प्रेमी के पंजाब नेशनल बैंक खाते में 85 हजार रुपये भेजे थे और हत्या के बाद कुछ जेवर देकर बाद में पूरी रकम देने की बात कही थी। राजफाश होने पर एसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है।

सीओ बिंदकी के नेतृत्व में बिंदकी और सर्विलांस टीम को जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर दिवंगत की पत्नी पूनम गुप्ता, शेरा उर्फ अंकित सिंह निवासी बसावनपुर औंग, अंशुल पासवान निवासी दुर्गागंज औंग और कानपुर नगर के बर्रा थाने के हरदेवनगर मुहल्ले के रहने वाले केशव गुप्ता को धर दबोचा, जबकि कानपुर नगर के साढ़ थाने के वीरनखेड़ा गांव निवासी प्रेमी अविनाश यादव उर्फ उमेंद्र, बहनोई रामखेलावन और मोहित पासवान निवासी चमनगंज, औंग फरार हो गए।

पकड़े गए हत्यारोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस, हत्या में प्रयुक्त एक सब्बल, तीन मोबाइल, नीले और स्लेटी रंग की दो बाइकें, पिकअप बरामद किया है। पिकअप और बाइक को पुलिस ने सीज कर दी है।

30 जनवरी को हुई थी हत्या, मां ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट

मुंबई के भिवंडी में 10 वर्षों से रहकर धागा और एमडीएम (मिड डे मील) का कारोबार जमाने वाले कारोबारी अमित गुप्ता अपने चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए 24 जनवरी को बिंदकी स्थित कजियाना मुहल्ले स्थित घर आए थे। इसके बाद रविवार शाम पत्नी पूनम अपने दो बच्चों के साथ घर आ गई थी। 30 जनवरी की रात डेढ़ बजे कारोबारी के सिर और गले में नुकीले व वजनी वस्तु से प्रहार कर हत्या कर दी गई थी। इसमें दिवंगत की मां माधुरी गुप्ता ने अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था।

पूनम के चोट के निशान न होने पर खुल गई पोल

हत्यारोपी पत्नी ने पुलिस के समक्ष बताया था कि हत्यारोपियों ने जूट की रस्सी से हाथ और जाकेट से पैर बांधे थे और सिर पर राड से हमला किया था। जब पुलिस ने उसका मेडिकल कराया तो उसके सिर पर राड के प्रहार का चोट ही नहीं था। इसी के साथ यदि जूट की रस्सी से हाथ की कलाइयों में बांधा जाएगा तो उसमें खरोंच या चोट के निशान होने चाहिए, वह भी नहीं थे। इस पर पुलिस ने पत्नी को संदेह के घेरे में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी।

छोटी बेटी से बोली था किसी को कुछ न बताना

हत्या की सजिश रचने वाली पूनम ने सारा प्लान पहले ही तैयार कर लिया, जिससे किसी को शक न हो सके। पति की हत्या के बाद जब पुलिस पहुंची तो पूनम ने छोटी बेटी को पहले ही सब समझा दिया था कि जो बताया है, वही पुलिस को बताना। बाकी कोई बात किसी से मत कहना।

प्रेमी को स्विफ्ट कार और एक फ्लैट देने को कहा था

पूनम अपने प्रेमी अविनाश यादव को मुंबई के भिवंडी में ही बसाना चाहती थी। इसलिए उसने प्रेमी को अपने पति की हत्या की सात लाख रुपये में सुपारी दी थी। हत्या के बाद प्रेमी को स्विफ्ट कार और मुंबई में एक फ्लैट देने की बात कहकर धागा कारोबार में जोड़ने का वादा किया था।

पति के अचानक जाने पर मुंबई में नहीं करा सकी हत्या

सीओ परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि हत्यारोपी पूनम विगत एक वर्ष से पति के हत्या की साजिश रच रही थी। उसने अपने प्रेमी अविनाश यादव को दो-तीन बार मुंबई भी बुलाया था। इधर चचेरे भाई की शादी में पति अमित गुप्ता ने अचानक पूरे परिवार का मुंबई से फतेहपुर तक ट्रेन का रिजर्वेशन बनवा लिया, लेकिन पत्नी साथ नहीं आई। इस बीच उसने अपने प्रेमी से इंटरनेट मीडिया के जरिये काल करके हत्या की साजिश रचकर बिंदकी आई। यदि मुंबई में घटना होती तो शायद पूनम बच जाती।

…तो कारोबारी की मां की भी कर देते हत्या

कोतवाली प्रभारी समशेर बहादुर सिंह ने बताया कि हत्यारोपी पूनम रात डेढ़ बजे प्रेमी आदि को घर बुलाया और खुद दरवाजा खोलने गई और साथ में कमरे में लेकर गई। पकड़े गए हत्यारोपी शेरा ने कहा कि यदि आहट से कारोबारी अमित गुप्ता की मां माधुरी गुप्ता की नींद खुल जाती तो वह उनकी भी हत्या कर देता। पेशगी के 85 हजार रुपये में अविनाश यादव ने कुछ रुपये मिलाकर नई अपाचे बाइक खरीद ली थी।

इंटरनेट मीडिया के जरिये प्रेमी और हत्यारोपियों से करती थी बात

दिवंगत की पत्नी अपने प्रेमी और हत्यारोपियों को मोबाइल फोन पर काल नहीं करती थी। बल्कि इंटरनेट मीडिया के जरिये संपर्क कर बात करती थी। ताकि यदि पकड़ी जाए तो सीडीआर में उसका नंबर न आ सके।

प्रेमी से बोली कि न मरा हो मार दो गोली

रात डेढ़ बजे सो रहे दिवंगत धागा कारोबारी अमित गुप्ता के सिर पर पहला राड शेरा उर्फ अंकित सिंह ने मारा। इसके बाद प्रेमी आदि ने प्रहार किया, लेकिन अमित की जान नहीं गई। इस पर पत्नी पूनम ने प्रेमी से बोला कि न मरा हो तो गोली मार दो…।

वर्ष 2013 में अपराध जगत में कूदा था बदमाश शेरा

बदमाश शेरा उर्फ अंकित सिंह पर पहला मुकदमा औंग थाने में चोरी का दर्ज हुआ था। इसके बाद वर्ष 2016 में कानपुर नगर के बर्रा थाने में दारोगा पर चाकू से हमला कर दिया था। बर्रा थाने में ही चोरी के दो, आर्म्स एक्ट के दो, गैंगस्टर के मुकदमे भी दर्ज हैं, जबकि औंग थाने से गैंगस्टर, मिनी गुंडाएक्ट, आर्म्स एक्ट, मारपीट, गुंडाएक्ट, एनडीपीएस जैसे 14 मुकदमे दर्ज हैं जो कई बार कानपुर व फतेहपुर में जेल जा चुका है। वहीं, केशव पर कानपुर में तीन और एक औंग थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज है।

हत्यारोपी पत्नी का बयान सुन फफक कर रो पड़ी अमित की मां

जिस मंडप के नीचे अमित ने पूनम का हाथ थामकर उसके साथ में सात वर्षों तक जीने और मरने की कसमें खाई थी, वही पूनम पति के साथ एक जन्म भी ठीक से नहीं निभा सकी। इसी विधि का विधान कहा जाए या फिर पूनम की किस्मत। शायद कुछ यही शब्द अमित की मां माधुरी के भी रहे होंगे, जबकि पुलिस माध्यम से उसे बेटे की पत्नी की करतूत पता चली। पुलिस के सामने पूनम ने जो बयान दिए उसे सुनने के बाद मां फफक कर रो पड़ी और बोली पूनम आखिर ऐसा क्यों किया। पिता की मौत और मां के जेल जाने के बाद दोनों मासूम सब कुछ होते हुए भी अनाथ हो गए। अब दोनों अपनी दादी के पास ही रहेंगे।

दिवंगत धागा कारोबारी अमित गुप्ता ने पूनम कुशवाहा से अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। इसके बाद अवैध संबंधों को लेकर पंचायतें भी हुईं। पूनम कुशवाहा कई बार अपने बहनोई रामखेलावन के यहां आई। इससे दंपती के बीच आए दिन झगड़ा हुआ करता था। हत्यारोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी और पुलिस टीम को 25 हजार रुपये से पुरस्कृत किया गया है।

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