बाजार के अनुमान से कमजोर रहा अदानी पोर्ट्स का रिजल्ट, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद 45% टूटा स्टॉक
नई दिल्ली। अडानी पोर्ट और स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने मंगलवार को दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में कंपनी का कंसोलिटेड मुनाफा 12.94 प्रतिशत गिरकर 1,336.51 करोड़ रुपये पर आ गया है। इससे पहले वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी की ओर से समान अवधि में 1,535.28 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया गया था।
कंपनी की ओर से नियामक को दी गई सूचना के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंपनी को 5,051.17 करोड़ रुपये की आय हुई है, जो कि एक साल पहले समान अवधि में 4,713.37 करोड़ रुपये थी। इस दौरान कंपनी का खर्च बढ़कर 3,507.18 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि एक साल पहले 2,924.30 करोड़ रुपये था।
अधिग्रहणों से होगा फायदा
अडानी पोर्ट के सीईओ करण अडानी ने कहा कि कंपनी ने हाइफ़ा पोर्ट कंपनी, आईओटीएल, आईसीडी टम्ब , Ocean Sparkle और गंगावरम पोर्ट के को भी पूरा किया है, और अपने व्यवसाय मॉडल को एक में ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी की तरफ ले जाने के लिए कार्य कर रही है।
इसके साथ उन्होंने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 14,500 से 15,000 करोड़ का EBITDA करने का लक्ष्य रखा है। नेट डेट टू EBITDA अनुपात भी कंपनी द्वारा तय की गई सीमा 3-3.5X की रेंज में है।
अडानी ट्रांसमिशन का मुनाफा 73 प्रतिशत बढ़ा
अडानी ट्रांसमिशन ने कल दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए थे। कंपनी का मुनाफे 73 प्रतिशत बढ़कर 478 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जबकि पिछले साल कंपनी को इस दौरान 277 करोड़ का मुनाफा हुआ था। दिसंबर तिमाही में कंपनी की आय 16 प्रतिशत बढ़कर 3,037 करोड़ रुपये हो गई है, जोकि पिछले साल 2,623 करोड़ रुपये थी।