उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा, मर्डर में सामने आया बीजेपी नेता के भाई का नाम, जानिए कौन है
प्रयागराज: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले में रविवार को एक नया तथ्य सामने आया है. पुलिस की छानबीन में हत्याकांड में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्य्क्ष राहिल हसन के भाई गुलाम हसन का नाम उजागर हुआ है. हत्याकांड में नामजद आरोपियों में गुलाम हसन का नाम भी शामिल किया गया है.
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, हत्याकांड से गुलाम हसन के जुड़े होने की खबर सामने आते ही बीजेपी जिलाध्यक्ष गणेश केसरवानी ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया है. मामले के खुलासे और छानबीन के लिए प्रयागराज की पुलिस ने 10 टीमों का गठन किया है. संदिग्धों के ठिकानों पर लगातार दबिश जारी है. दिन दहाड़े गोलीबारी और बमबाजी के सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपियों की शिनाख्त में भी पुलिस लगी हुई है.
अब तक 16 के खिलाफ FIR दर्ज
आपको बता दें कि उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों, उसके साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 148, 149, 302, 307, 506, 120-बी, 34, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 की धारा 3 और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, 1932 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया.
अतीक के बेटे ने साथियों संग मिलकर पति पर किया था जानलेवा हमला
मुकदमे में मृतक उमेश पाल की पत्नी जया ने आरोप लगाया है कि विधायक राजू पाल हत्याकांड के उसके पति उमेश पाल चश्मदीद गवाह थे. साल 2006 में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके साथियों ने पति को अगवा करके जबरन कोर्ट में आपने हक में गवाही करवाई. जया पाल ने आगे यह भी कहा कि पति के अपहरण का मुकदमा भी दर्ज कराया था. इसी मुकदमे की 24 फरवरी को कोर्ट में सुनवाई थी. आरोप यह भी है कि सुनवाई के लिए पति अपने भतीजे की कार से दो सुरक्षा सुरक्षाकर्मी के साथ गए थे. वापस घर लौटते वक्त गली में कार से उतरते ही पति और सुरक्षाकर्मी पर अतीक के बेटे, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और इनके नौ साथियों ने मिलकर हमला कर दिया.