कॉलेज के छात्रों ने जिम ट्रेनर को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, 6 गिरफ्तार
गाजियाबाद में कॉलेज के छात्रों ने एक 27 वर्षीय जिम ट्रेनर की ईंटों और डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने इस मामले में बीए के छह छात्रों को के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इसलिए कर दी गई हत्या
इस मामले में जानकारी देते हुए साहिबाबाद एसीपी भास्कर वर्मा ने कहा कि साहिबाबाद के लाजपत नगर के रहने वाले विराट मिश्रा राज नगर में एक जिम में ट्रेनर का काम करते थे. एलआर कॉलेज से कुछ दूरी पर उन्होंने अपने घर के पास एक महिला और एक पुरुष छात्र को एक स्कूटर पर आपत्तिजनक हालत में सवार देखा. इस पर मिश्रा ने आपत्ति जताई और दोनों से कहा कि वे एक रिहायशी इलाके में जो कुछ कर रहे हैं, ये बिल्कुल गलत है. इसको लेकर छात्रों में से एक 20 वर्षीय मनीष कुमार और मिश्रा के बीच तीखी बहस हुई. इसके बाद विवाद बढ़ता चला गया.
इलाज के दौरान हुई मौत
इस दौरान छात्रों का एक समूह कुमार के साथ आ गया और मिश्रा को ईंटों, डंडे और छड़ों से मारना शुरू कर दिया. इस दौरान पास में रहने वाले मिश्रा के दोस्त बंटी ने हस्तक्षेप किया, लेकिन उन्हें भी पीट दिया गया. एसीपी ने बताया कि आरोपियों ने मिश्रा को लकड़ी और लोहे की छड़ों से पीटा. उन्होंने सड़क पर पड़ी कुछ ईंटें भी उठाई और उन्हें मारा. इसके बाद दूसरे पड़ोसियों के आने के बाद आरोपी भाग गए. मारपीट के दौरान दोनों को सिर में चोट लगने के कारण इलाज के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां बंटी को रविवार को छुट्टी दे दी गई, लेकिन मिश्रा की सोमवार को अस्पताल में मौत हो गई.
इन आरोपियों के नाम आए सामने
बंटी की शिकायत के आधार पर साहिबाबाद थाने में एलआर कॉलेज के बीए के छह छात्रों मनीष कुमार सिंह (20), गौरव कसाना (22), विपुल कुमार (22), मनीष यादव (22), आकाश कुमार (22) और पंकज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने इन में से 20 वर्षीय मनीष कुमार सिंह को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
इन धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर
शुरुआत में आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस बीच बंटी मिश्रा की मौत के बाद पुलिस ने कहा कि प्राथमिकी में अब धारा 307 को धारा 302 (हत्या) में बदल दिया जाएगा.
पिता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
मिश्रा के पिता सुदामा मिश्रा ने सोमवार को कहा कि छात्रों ने उनके बेटे को बाइक साइलेंसर से भी पीटा. इसके बाद खून से लथपथ हालत में छोड़कर घटनास्थल से फरार हो गए. उन्होंने कहा कि जब हमें सूचना मिली, तो कुछ पड़ोसी और मैं छात्रों की ओर भागे, लेकिन वे अपनी बाइक पर भाग गए. उन्होंने कहा कि विराट हमारे परिवार में अकेला कमाने वाला सदस्य था, क्योंकि मैं कोविड -19 के कारण पिछले दो वर्षों से अस्वस्थ हूं. पिता ने कहा कि वह आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को सिर्फ इसलिए मार डाला गया, जब उसने छात्रों की ओर से किए जा रहे गलत कामों का विरोध किया.
प्रिंसिपल ने जांच में सहयोग का दिलाया भरोसा
एलआर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. उदय प्रताप सिंह ने कहा कि संस्थान के पास हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि इसमें कॉलेज का कोई छात्र शामिल था या नहीं. उन्होंने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने हमसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन उन्होंने कॉलेज गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड का बयान दर्ज किया है. यह पुलिस जांच का विषय है और हम उनकी हर संभव मदद करेंगे.