अपराधदिल्ली/एनसीआरनई दिल्ली

तेज रफ्तार कार डिवाईडर से टकराकर पलटी, हवा में कई बार खाई कलाबाजियां

राजधानी दिल्ली में माता-पिता नाबालिग बच्चों को कार चलाने देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके चलते दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके अलकनंदा में सोमवार को बड़ा हादसा होते होते बचा। करीब 100 की स्पीड से बैलेनो कार चला रहा 17 वर्षीय किशोर कार पर नियंत्रण खो बैठा। कार डिवाइजर से टकराकर हवा में कई कलाबाजियां खाते हुए सड़क पर करीब 35 मीटर तक पलटते हुए चली गई।

इसके बाद कार आगे जा रही स्विफ्ट डिजायर कैब से टकराकर रुक गई। कार सवार किशोर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे काफी चोटें लगी हैं। कार में बैठे उसके तीन नाबालिग दोस्त मौके से फरार हो गए। चितरंजन पार्क थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि सोमवार दोपहर को दो बजे पीसीआर कॉल मिलने के बाद सीआर पार्क थानाध्यक्ष रितेश कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को मौके पर बैलेनो कार व स्वीफ्ट डिजायर कैब दुर्घटनाग्रस्त मिलीं। मौके पर मिले कैब चालक तुगलकाबाद एक्सटेंशन निवासी गौरव ने बताया कि तेज रफ्तार से पलटते हुए एक बैलेनो कार आई और उसकी कैब में पीछे से टक्कर मार कर रुक गई।

थानाध्यक्ष रितेश कुमार को जांच में पता लगा कि कार को डीडीए फ्लैट्स में रहने वाला किशोर चला रहा था। किशोर ने हाल ही में 12वीं कक्षा की पास है। उसके पिता गाजियाबाद, यूपी में इंजीनियर है। वह अपनी मौसी की बैलेनो को लेकर तीन दोस्तों के साथ सोमवार दोपहर को मौजमस्ती करने निकला था। कार की स्पीड 100 से ज्यादा थी। तभी कार डिवाइडर से टकराकर सड़क पर कई बार पलटते व घिसटते हुए करीब 35 मीटर तक चली गई। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बात की जांच की जा रही है कि किशोर को कार चलाने के लिए उसकी मौसी ने दी है या फिर उसके परिजनों ने।

बड़ा हादसा टला, किसी को गंभीर चोट नहीं

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई। इस रोड पर काफी वाहन चलते हैं और लोगों का दिनभर मूवमेंट रहता है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि किशोर एनआरआई कॉलोनी से अलकनंदा जाने वाले कॉलोनी रोड पर 100 से स्पीड में कार चला रहा था। ये सिर्फ दो लेन का है और मेन रोड नहीं है। दोपहर के समय स्कूल के बच्चों की छुट्टी होती है। आसपास कई स्कूल हैं। स्कूलों की छुट्टियां के कारण बच्चे रोड पर नहीं थे। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

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