Ghaziabad: रिश्ते के आड़े आया पैसों का लालच, सस्ता फ्लैट दिलाने के नाम पर रिश्तेदार ने ही ठग लिए 35 लाख
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री आवास योजना में फ्लैट दिलाने और बेटे की सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 35 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। रोहटा रोड गोलाबढ़, मेरठ निवासी धर्मवीर सिंह से उनके ही परिचित ने धोखाधड़ी कर रकम ऐंठ ली। धोखाधड़ी का एहसास होने पर उन्होंने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दे दी। एंटी फ्राड सेल की जांच के जांच के बाद मामले में सिहानी गेट थाने में केस दर्ज की गई है।
धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनकी ससुराल गाजियाबाद नासिरपुर में है। ससुराल के पास रहने वाले पवन से उनकी जान पहचान है। पवन ने उन्हें बताया कि वह नगर निगम में नौकरी करता है और बड़े अधिकारियों से जान पहचान है। ऐसे में वह उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में जरूरतमंदों को मिलने वाले फ्लैट दिलवा देगा। विश्वास में लेकर पवन ने उनसे अलग-अलग खर्च बताकर रुपये लेना शुरू कर दिया। इसके बाद उनके पास एक कॉल आई, कॉलर ने खुद को डीएम ऑफिस से बताकर डराया कि अपात्र होते हुए गलत तरीके से फ्लैट लेने पर कार्रवाई होगी। ऐसे में उसने दो लाख रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर फ्लैट की प्रक्रिया रद्द करने और जेल भेजने का डर दिखाया।
मामले को दबाने के एवज में पवन ने उनसे दो लाख रुपये ले लिए। पवन धर्मवीर से 2021 से 2022 के बीच लगातार रुपये लेते रहा। 35 लाख रुपये लेने के बाद कोई काम नहीं हुआ तो उन्होंने रुपये वापस मांगे। इस पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। मामले में उन्होंने पवन कुमार, सचिन, राजेश और अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज में नौकरी लगवाने का दिया झांसा
धर्मवीर ने बताया कि पवन ने फ्लैट दिलाने के झांसे में फंसा ही रखा था। इसी बीच उसने बेटे की नौकरी नगर निगम में लगवाने की बात कही। विश्वास होने के चलते उसने पहले उनसे 50 हजार रुपये लिए। इसके बाद उनके बेटे के पास कॉल आई। कॉलर ने प्रयागराज में नियुक्ति की बात कर एक लाख पांच हजार रुपये की मांग की। बेटे की भविष्य की चिंता करते हुए उन्होंने रुपये दे दिए। इसी बीच उसने कुछ दिन में नियुक्ति पत्र मिलने की भी बात की।