ग्रेटर नोएडा में शिकायतों को न निपटने वाले अधिकारीयों की कटी 1 दिन की तनख्वाह
ग्रेटर नोएडा। प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में जिले के अधिकारियों के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है।
शिकायतों का निस्तारण न होने से 12 विभागों का फीडबैक बहुत खराब दर्ज हुई है। विभागों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। जिलाधिकारी की फटकार के बाद विभागीय अधिकारी समस्याओं के निस्तारण में जुट गए हैं।
एक हफ्ते करना होगा शिकायत का निस्तारण
विभागों से संबंधित शिकायतों को दर्ज कर उसका निस्तारण कराने के लिए आइजीआरएस पोर्टल की शुरुआत की गई थी। लोगों को सुविधा प्रदान की गई थी कि ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं। एक सप्ताह के अंदर अधिकारियों को उनका निस्तारण कराना होता है।
शिकायतों के निस्तारण में 12 विभागों अधिशासी अभियंता विद्युत, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी दनकौर, खंड विकास अधिकारी जेवर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी जेवर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला लीड बैंक प्रबंधक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत व पालिका जेवर से संबंधित विभागीय अधिकारियों ने लापरवाही बरती।
कुछ दिनों पूर्व जिलाधिकारी के द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में लापरवाही की पोल खुल गई। रिपोर्ट में मिला कि इन विभाग के अधिकारियों ने प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण का प्रयास नहीं किया। शिकायतकर्ता से भी संपर्क नहीं किया गया। लोगों से जब फीडबैक प्राप्त किया गया तो उन्होंने असंतुष्टि जताई।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। साथ ही लापवाही करने वाले अधिकारियों का एक-एक दिन का वेतन भी काटा गया। निर्देश दिया था कि अगली समीक्षा बैठक से पूर्व स्थिति में सुधार कर लें अन्यथा कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। कार्रवाई का डर अधिकारियों ने दिखने लगा है।
रडार पर आए 12 विभागों के अधिकारी
अधिकारियों ने शिकायतों का निस्तारण कराने के लिए कमर कस ली है। अधिकारियों ने शिकायत निस्तारण में विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। स्वयं भी शिकायतकर्ता को फोन कर रहे हैं। कितनी शिकायत का निस्तारण हुआ प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट भी ले रहे हैं।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि अगली समीक्षा बैठक में लापरवाह विभागों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।