रिश्तेदारों को सौंपा गया असद और गुलाम का शव, प्रयागराज में किए जाएंगे सुपुर्द-ए-खाक
माफिया अतीक अहदम के बेटे असद और उसके गुलाम की बॉडी को उनके रिश्तेदारों को सौंपा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक दोनों की बॉडी को प्रयागराज ले जाया जा रहा है. प्रयागराज के कसारी-मासरी इलाके में मौजूद कब्रिस्तान में अतीक के बेटे असद की कब्र खोदी गई है. अतीक के माता-पिता की कब्र के पास ही बेटे असद को भी दफनाया जाएगा.
पोस्टमार्टम के 24 घंटे बाद रात करीब डेढ़ बजे झांसी से दोनों की बॉडी प्रयागराज के लिए रवाना कर दी गई है. दो वाहनों में असद और गुलाम की बॉडी को ले जाया जा रहा है. इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की गाड़ियां भी शव वाहन के साथ चल रही हैं.
असद अहमद और शूटर गुलाम के शव परिजनों के बजाय रिश्तेदारों को सौंपे गए हैं. इसके साथ ही पुलिस की निगरानी में ही दोनों की बॉडी को झांसी से प्रयागराज लाया जा रहा है. यहां दोनों के शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. पुलिस का कहना है कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
वहीं, असद के साथ मारे गए मोहम्मद गुलाम को भी इसी कब्रिस्तान से दफनाया जाएगा. हालांकि गुलाम के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है. गुलाम के भाई राहिल हसन और उसकी मां खुसनुदा ने कहा कि हम गुलाम का शव नहीं लेंगे. मां ने कहा कि मैंने उसके सामने हाथ जोड़े थे कि सुधर जाओ, लेकिन वो नहीं माना. मुझे उसका शव नहीं चाहिए.मोहम्मद गुलाम के भाई राहिल ने कहा कि हम लोग शव लेने नहीं जाएंगे. उसने बहुत ही गलत काम किया है. उस पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था. सब लोग अच्छे से काम कर रहे थे. पुलिस ने जो किया, वो सही किया है. अतीक से कब से जुड़ा था गुलाम? इस सवाल के जवाब में राहिल ने कहा कि 2007 में जब मर्डर हुआ था, उसमें जेल गया, उसी के बाद से अतीक से उसका कनेक्शन हो गया था.
असद के जनाजे में शामिल होने के लिए अतीक अहमद ने बतौर पिता शामिल होने के लिए अदालत में अर्जी दी है. अर्जी पर आज सुनवाई होगी. अतीक का बेटा जहां दफनाया जा रहा है, वहां से अतीक अहमद सिर्फ 20 मिनट की दूरी पर है.अधिवक्ताओं ने बताया कि जब अतीक अहमद के पिता फिरोज अहमद की मृत्यु हुई थी उस समय भी अतीक अहमद जेल में बंद था और उसे पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए अनुमति मिल गई थी और आज खुद के बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए अदालत से अनुमति मांग रहा है.
प्रयागराज पुलिस के पास इनपुट है कि शाइस्ता अपने बेटे असद के जनाजे में शामिल हो सकती है. इसको लेकर टीमें अलर्ट हैं. फिलहाल शाइस्ता परवीन फरार है और उसे पकड़ने के लिए कई टीमें गठित हैं. शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम है. शाइस्ता वेश बदलकर जनाजे में शामिल हो सकती है. उस पर नजर रखने के लिए महिला पुलिसकर्मियों को सादा वर्दी में तैनात करने की तैयारी है. इसमें कुछ महिला पुलिसकर्मी नकाबपोश भी होंगी, जो शाइस्ता पर पैनी नजर रखेंगी. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने शाइस्ता के सामने शर्त रखी है कि अगर वह असद के जनाजे में शामिल होना चाहती है तो हो सकती है, लेकिन उसे पुलिस के सामने सरेंडर करना होगा.