ब्राजील में कुपोषण और अन्य बीमारियों से बच्चों की मौत, सरकार ने घोषित की मेडिकल इमरजेंसी
ब्रसीलिया। ब्राजील (Brazil) में कुपोषण (Malnutrition) और अन्य बीमारियों से आए दिन बच्चों की जान जा रही है। इसको देखते हुए देश की स्वास्थ्य मंत्रालय ने यानोमामी क्षेत्र में मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) घोषित कर दी है। बताया जा रहा है कि अवैध सोने के खनन की वजह से बच्चों में इस तरह की बीमारियां फैली हैं।
बच्चों की हुई मौत
राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा की सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि इस घोषणा का उद्देश्य यानोमामी लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। पिछले चार सालों में 570 यानोमामी बच्चों ने कुपोषण के अलावा मलेरिया और डायरिया से अपनी जान गंवा दी है। दरअसल, सोने की खदान में मर्करी का उपयोग किया जाता है। बच्चों की मौत मुख्य रूप से कुपोषण के साथ-साथ मलेरिया, डायरिया और गोल्ड माइनर्स के जरिए उपयोग किए जाने वाले पारे के कारण होने वाली विकृतियों से हुई है।
स्वास्थ्य केंद्र का किया दौरा
मौजूदा राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने रोराइमा राज्य में बोआ विस्टा में एक यानोमामी स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग और अन्य मरीज भर्ती थ। यहां केंद्र में भर्ती मरीजों की तस्वीरें डराने वाली थीं। लूला ने दौरे के बाद ट्विटर पर लिखा, “मैंने रोराइमा में जो देखा वो मानवीय संकट से अधिक, नरसंहार था। यानोमामी के खिलाफ एक पूर्व निर्धारित अपराध, जो पीड़ा के प्रति असंवेदनशील सरकार की ओर से किया गया।”
शुरू हुआ लोगों का शोषण
दौरे के बाद ब्राजील सरकार की तरफ से इस क्षेत्र के लिए खाद्य सहायता पैकेज की घोषणा की गई है। इस क्षेत्र में करीब 26 हजार लोग रहते हैं और यहां बड़े पैमाने पर सोने की माइनिंग की जाती है। बताया जाता है कि 2018 में बोल्सनारो के सत्ता में आने के बाद से ही यहां अवैध खनन तेजी से बढ़ा और स्थानीय लोगों का शोषण भी शुरू हुआ। इस वजह से यहां हिसां की घटनाएं भी बढ़ी हैं।