नोएडा के डीसीपी के खिलाफ ‘PMO’ में शिकायत, IPS ने दी सफाई
नोएडा: ग्रेटर नोएडा के रहने वाले एक 70 वर्षीय एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर आईपीएस अधिकारी और सेंट्रल जोन के डीसीपी राम बदन सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. यह पत्र 25 फरवरी को लिख गया था. पत्र लिखने वाले व्यक्ति ने आईपीएस अधिकारी पर भू-माफियाओं से सांठगांठ होने और बेटे को फर्जी मुकदमे में फंसाने सहित अन्य कई आरोप लगाए हैं. उसने यह भी लिखा है कि अगर यह पत्र आईपीएस अधिकारी के हाथ लग गया तो मेरी हत्या भी हो सकती है. पीएमओ को भेजा गया यह पत्र, अब नोएडा-एनसीआर क्षेत्र में वायरल हो रहा है.
प्रधानमंत्री को आईपीएस के खिलाफ भेजने वाले व्यक्ति द्वारा पत्र में लिखा गया है कि, आईपीएस अधिकारी 1999 से 2003 तक नोएडा में सीईओ के पद पर भी रह चुके हैं. वह जबरन मकान खाली कराना चाहते थे और मेरे बेटे को धारा 420 के तहत फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजा था. जब बेटा मेरा जेल से छूटा तो उसने आत्महत्या कर ली थी. व्यक्ति ने यह भी लिखा है कि, आईपीएस अधिकारी के गुंडों ने इतना मुझे धमकाया कि हमने नोएडा में सबकुछ बेचकर अपनी जान बचाई थी. शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत पत्र में कहीं पर भी अपना जिक्र नहीं किया गया है. अब गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा मामले की जांच कराई जा रही है.
पत्र में शिकायतकर्ता ने यह भी लिखा है मैं अपना सब कुछ 2002 में खो चुका हूं. अगर आप नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोगों को अपराधी बनने से रोकना चाहते हैं तो इस जैसे भ्रष्टाचारी अधिकारी को नोएडा से तबादला कराके कहीं और भेज दें, नहीं तो मेरे जैसे न जाने कितने लोगों का परिवार बर्बाद हो जाएगा. इस पत्र के वायरल होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
DCP ने दी सफाई
मामले में सेंट्रल नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगर कोई शिकायत हुई है, तो उसकी सच्चाई से जांच कराई जाए. इसके बाद सब साफ हो जाएगा. इस मामले में और कुछ नहीं कह सकता.