दनकौर बिलासपुर में नहीं चल रहा पार्टी प्रत्याशियों का जादू कार्यालय सूने ठलुआ लोगों की मौज
दनकौर/बिलासपुर/ डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी
निकाय चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो रही हैं। इस बार दनकौर और बिलासपुर कस्बे में चेयरमैन पद के लिए भाग्य अजमा रहे पार्टी प्रत्याशियों का जादू मतदाताओं पर चलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। पार्टी प्रत्याशियों का प्रचार मात्र कार्यकर्ताओं और गिने-चुने लोगों तक ही सीमित रह गया है। पार्टी प्रत्याशियों से तो बेहतर स्थिति निर्दलीय प्रत्याशियों की है। निर्दलीय प्रत्याशियों को खासा सहयोग और समर्थन देखने को मिल रहा है। दनकौर के निर्दलीय प्रत्याशी को तो उनके समर्थक चंदा जुटाकर चुनाव लड़ा रहे हैं। इस निर्दलीय प्रत्याशी की दनकौर नगर पंचायत की लाखों की रिकवरी भी उनके समर्थकों ने ही जमा कराई थी। इस निर्दलीय प्रत्याशी की कस्बे में स्थिति मजबूत बताई जा रही है। उन्हें सभी वर्ग के लोगों और बाजार का खासा समर्थन मिल रहा है।
बिलासपुर कस्बे में भी निर्दलीय प्रत्याशी की स्थिति मजबूत बन रही है। कई वर्ग के लोगों का उन्हें समर्थन और सहयोग मिल रहा है। एक पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व चेयरमैन से जुड़े उनके पूर्वाग्रह निर्दलीय प्रत्याशी को लाभ पहुंचा रहे हैं। अन्य पार्टी के प्रत्याशियों की स्थिति भी कमोबेश यही है।
चुनावों में जीत हासिल करने के लिए और अधिक से अधिक मतदाताओं का समर्थन लेने के लिए सभी पार्टी के प्रत्याशियों ने अपने अपने कार्यालय खोल लिए हैं।लेकिन कुछ के कार्यालय तो दिन भर सुनसान पड़े रहते हैं। वहां पर बैठने वाले कार्यकर्ताओं का भी टोटा है। जैसे-जैसे शाम होती जाती है वैसे ही कुछ कार्यालयों पर भीड़ बढ़ जाती है। घर परिवार से थ
ठाली खाली लोग आजकल मजे में है। उनके लिए दवा दारू और खाने-पीने का बेहतर इंतजाम हो रहा है।