गोविंदा इमलिया आत्महत्या कांड: पुलिस कमिश्नर ने गांव में परिजनों को दी सांत्वना रिश्वत मामले की जांच शुरू
Noida/ncr/जागो हिन्दुस्त्तान संवाददाता। उत्तर प्रदेश के गौतम बु नगर जिले के इमलिया गांव में पुलिस की पिटाई से आहत नाबालिग द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह गांव पहुंची और पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी। इस दौरान ग्रामीणों ने भी अपनी बात कमिश्नर के सामने रखीं। वही पुलिस कमिश्नर ने भी भविष्य में ऐसी घटनाओं को नहीं होने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।
यह जिले में ऐसा पहला मामला है कि पुलिस की पिटाई से क्षुब्ध एक ही नाबालिग युवक द्वारा आत्महत्या करने के बाद पुलिस कमिश्नर गांव में पीड़ित परिजनों से मिली है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, थाना ईकोटेक प्रभारी सरिता मलिक के साथ रविवार की दोपहर इमलिया गांव पहुंची और भरत सिंह के घेर में ग्रामीणों से मिलीं। कमिश्नर आधे घंटे तक गांव में रहीं। इस दौरान मृतक गोविंदा के चाचा और आसपास के संभ्रांत ग्रामीणों से कमिश्नर ने बातचीत की।
इकोटेक पुलिस ने इस मामले में आरोपी दरोगा और सिपाही के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। ईकोटेक थाना प्रभारी सरिता मलिक का कहना है कि परिजन मुकदमा दर्ज नहीं कराना चाहते। परिजनों ने शुक्रवार की शाम ही इस संबंध में थाना ईकोटेक पुलिस को आरोपी दरोगा और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए तहरीर दी थी। बाद में पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुकदमा दर्ज नहीं करने के लिए मना लिया।
पुलिस हिरासत में पिटाई से आहत गोविंदा द्वारा गांव आत्महत्या किए जाने और आरोपी दरोगा विकास बालियान और विनीत को निलंबित किए जाने के बाद पुलिस अब फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। बाइक लूट की घटना का मामला भी अब खटाई में पड़ गया है। पुलिस के अनुसार मृतक गोविंदा का भाई आपराधिक वृत्ति का था। उसी पर बाइक लूट की घटना का शक था।
बिलासपुर पुलिस चौकी ने कई दिनों तक आधा दर्जन से अधिक आरोपियों को लूट के मामले में अवैध रूप से हिरासत में रखा था। पुलिसकर्मियों ने इस मामले में हिरासत में लिए गए कई लोगों को पैसे लेकर छोड़ा था। इस मामले की भी जांच की जा रही है।