गाजियाबाद के लोनी में दोस्तों ने ईंट से वार कर कामगार को मार डाला, शराब पीने के दौरान हुआ था झगड़ा
लोनी। ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र के दौलतनगर कॉलोनी में दो दोस्तों ने शराब पीने के दौरान हुए झगड़े में गोविंद कुमार उर्फ टींकू (32) की ईंट से पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव के ऊपर पत्थर और झाड़ी डालकर उसे छिपा दिया। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों की निशानदेही से शव को पांच दिनों बाद बरामद किया है।
मूलरूप से बुलंदशहर में रहने वाले गोविंद कुमार परिवार के साथ लोनी के दौलत नगर कॉलोनी में रहते थे। वह मजदूरी करते थे। परिवार में पत्नी लक्ष्मी बच्चे कोमल, कंचन, वंश और कुनाल हैं। लक्ष्मी ने बताया कि शुक्रवार को उनके पति घर से निकले थे। शाम तक वह घर वापस नहीं आए, तो उन्होंने फोन किया। फोन पर उनके पति जल्द घर आने की बात करने लगे। फोन पर पीछे से उनके दो दोस्तों की आवाज आ रही थी। कुछ देर बाद उन्होंने फिर से फोन किया फिर फोन बंद आने लगा। उन्होंने आसपास तलाश किया लेकिन पति कहीं नहीं मिले। रविवार को उन्होंने ट्रॉनिका सिटी थाने में पति की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए टीम लगाई। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और मृतक के फोन की लोकेशन खंगाली। इस दौरान दोनों आरोपियों बिटू और परवेज को हिरासत में लिया। दोनों ने पुलिस को कुछ नहीं बताया। पुलिस ने गोविंद की तलाश में आसपास के थानों ने फोटो भेजे लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। मंगलवार शाम पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने जुर्म कबूल कर लिए। पुलिस ने दोनों आरोपियों की निशानदेही से मृतक गोविंद के शव को दौलतनगर कॉलोनी स्थित एक गड्ढे में भरे पानी के अंदर से बरामद किया।
शराब पीने के दौरान हुए झगड़े के बाद की हत्या
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि शुक्रवार शाम को तीनों घटनास्थल से कुछ दूरी पर बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान दोनों आरोपियों और गोविंद में किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई जिसके बाद दोनों ने ईंट से पीटकर गोविंद की हत्या कर दी। आरोपियों ने एक के बाद एक आठ बार गोविंद पर ईंट से वार किए। हत्या के बाद दोनों ने शव को वहीं एक गड्ढे में फेंक दिया। शव के ऊपर झाड़ी और पत्थर रख दिए।
200 रुपये में बेचे मोबाइल ने खोले हत्या के राज
हत्या के बाद आरोपी गोविंद का फोन अपने साथ ले गए थे। दोनों आरोपी हत्या के बाद कॉलोनी में घूमते रहे। आरोपी गोविंद के फोन को लॉक खुलवाने के लिए कई दुकानों पर गए। आरोपियों ने फोन को 200 रुपये किसी जानने वाले को बेच दिया था। इस दौरान पुलिस पूछताछ करते हुए कॉलोनी की एक नाई की दुकान में पहुंची। यहां नाई ने पुलिस को बताया कि दोनों एक मोबाइल का लॉक खुलवाने के लिए आए थे, तभी पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। दो दिनों तक आरोपियों ने हत्या के राज नहीं खोले। सख्ती के पूछताछ के बाद आरोपियों ने हत्या के राज को खोला।
ये बोली पुलिस
एसीपी रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।