कुख्यात सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक के हत्यारों तक पहुंची जिगाना पिस्टल
लवलेश, अरुण और सनी… ये उन तीन हमलावरों के नाम हैं, जिन्होंने खुलेआम पुलिस और मीडिया के सामने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस इस हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ा रही है. इस मामले में नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं. अब यह बात सामने आई है कि वारदात में शामिल सनी सिंह का पश्चिम उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी से कनेक्शन रहा है.
बताया जा रहा है कि हमीरपुर जेल में बंद रहने के दौरान सनी सिंह सुंदर भाटी का करीबी हो गया था. इसके बाद जेल से छूटते ही सनी सुंदर भाटी के लिए काम करने लगा. पुलिस को शक है कि अतीक और अशरफ की हत्या में प्रयुक्त जिगाना पिस्टल सनी को सुंदर भाटी से ही मिली है.
दरअसल, अतीक और अशरफ हत्याकांड में शामिल तीन शूटर्स में उत्तर प्रदेश के हमीरपुर का रहने वाला सनी सिंह भी शामिल है. सनी के भाई पिंटू ने बताया है कि सनी आपराधिक किस्म का है. उसके ऊपर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं. उसकी घर में भी किसी से नहीं बनती. इसलिए वह बचपन में ही घर से भाग गया था.
पिंटू ने बताया, ‘वे लोग कुल 3 भाई थे. जिनमें से एक की पहले ही मौत हो गई. सनी भी बचपन में ही घर छोड़कर चला गया. परिवार वालों का उससे कोई लेना-देना नहीं है. वह कोई काम नहीं करता. दिन भर यहां-वहां घूमता रहता है. परिवार में कोई भी उससे बात नहीं करता है.
तुर्की की पिस्टल से किया अटैक
जिस पिस्टल से इस मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया है, वह जिगाना मेड पिस्टल है. यह पिस्टल तुर्की में बनती है और गैरकानूनी तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर इसे हमारे देश में लाया जाता है. भारत में इस पिस्टल पर बैन लगा हुआ है. इसकी कीमत करीब 6 से 7 लाख रुपए है.
विपक्ष ने साधा निशाना
इस हत्याकांड के बाद पूरा विपक्ष उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर है. सपा, बसपा से लेकर कांग्रेस तक सभी प्रमुख विपक्षी दलों वारदात को लेकर बीजेपी की सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. इतना ही नहीं बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने इस हत्याकांड को यूपी सरकार की बड़ी नाकामी बताया है. बसपा चीफ मायावती ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला?
शनिवार (15 अप्रैल) देर रात बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यूपी के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले तीन शूटर्स ने इस वारदात को अंजाम दिया. हालांकि, पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया. इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया. हत्यारे खुद मीडियाकर्मियों के भेष में वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे.