नोएडा के लोगों ने जमकर छलकाया जाम, एक साल में गटक गए 1652 करोड़ रुपये की शराब
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में शराब की खपत में बढ़ोतरी हुई है। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि गौतमबुद्ध नगर में वर्ष 2022-2023 के दौरान करीब 1,652 करोड़ रुपये की शराब लोग गटक गए। साल 2020 में कोविड-19 के बाद शराब से हुई यह सबसे ज्यादा कमाई है। इतना ही नहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस दौरान अवैध शराब पर भी जमकर कानून का डंडा चला है। वर्ष 2022-2023 के दौरान 50,000 लीटर से ज्यादा अवैध शराब जब्त किये गये और 360 लोगों को पकड़ा भी गया है
आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022-23 के लिए 1,828 करोड़ रुपये का टारगेट रखा गया था। जिसके बाद 1 अप्रैल, 2022 से 31 मार्च, 2023 तक 1,652 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया। जो निर्धारित लक्ष्य का 90.37 फीसदी है।
आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2021-22 में शराब से 1,346 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। वही साल 2020-21 में 1,019 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। जिला आबकारी ऑफिसर राकेश बहादुर सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि वर्ष 2022-23 के दौरान शराब से संबंधित कानूनों के उल्लंघन के 966 मामले सामने ए हैं। इनमें शराब तस्करी और वेंडरों द्वारा निर्धारित मूल्य से ज्यादा पैसे लेने समेत अन्य मामले शामिल हैं। इसके अलावा 360 आरोपियों को पकड़ा गया है।
यूपी का गौतमबुद्ध नगर जिला दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर के नजदीक है। ग्रेटर नोएडा और नोएडा में शराब की कुल 535 लाइसेंसी दुकाने हैं। आबकारी विभाग के अफसर ने कहा साल 2020 के पहले क्वार्टर में कोविड-19 की वजह से शराब की बिक्री पर प्रभाव पड़ा था लेकिन जल्दी ही इसने रफ्तार पकड़ ली और अंतिम वित्त वर्ष में रिकॉर्ड बन गया।
उन्होंने कहा, ‘हमने अपने निर्धारित राजस्व लक्ष्य का 90 फीसदी पूरा कर लिया है। हमारा लक्ष्य 1,828 करोड़ रुपये का था। हम लक्ष्य भी हासिल कर सकते थे लेकिन दिल्ली में शराब नीतियों को लेकर कुछ समस्याएं आ गईं जिसकी वजह से हम थोड़ा पीछे रह गए।’