पूरी रात मंडप में बैठी रही दुल्हन, नहीं आई बारात, इंस्टाग्राम पर तय हुआ था रिश्ता
बीजपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बीजपुर बाजार में शनिवार की रात दूल्हे के इंतजार में दुल्हन रातभर मंडप में बैठी रही। लेकिन रात भर न तो बारात पहुंची न ही दूल्हा आया। जिसके बाद थकहार कर रविवार की सुबह दुल्हन ने महिला हेल्पलाइन नम्बर पर फोन कर मदद की गुहार लगाई।
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात बीजपुर बाजार निवासी रामसहाय गोंड़ की पुत्री की बारात गोरखपुर से बाजार स्थित अग्रवाल धर्मशाला में आनी थी। बारात के स्वागत की पूरी तैयारी हो चुकी थी। टेंट लग गया था, मंडप सज चुका था जयमाला के लिए स्टेज तैयार हो गया था। घराती रिश्तेदार पहुंच चुके थे। शाम तक सब समान्य था। धीरे-धीरे समय बीतता गया लेकिन बारात का कोई अता पता नही चला। जब देर तक बारात नहीं आयी तो लड़की के पिता ने दूल्हे के फोन पर बात की दूल्हे ने बताया कि थोड़ा समय लगेगा, रात 9 बजे तक पहुंच जाएंगे। लेकिन 10 बजे तक भी बारात नही पहुंची तो दुबारा फोन किया गया, तब 12 बजे तक आने की बात कही गयी। लेकिन पूरी रात दूल्हे संग बारात नहीं पहुंची। पूरी रात सज धज कर दुल्हन मंडप में बैठ दूल्हे के इंतजार करती रही। सुबह जब दुल्हन के सब्र का बांध टूटा तो दुल्हन ने महिला हेल्प लाइन पर फोन कर मदद की गुहार लगायी। सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार सिंह दलबल के साथ अग्रवाल धर्मशाला पहुंच गए मामले की पूरी जानकारी ली। पुलिस ने बताया कि दुल्हन की सौतेली मां पूजा का सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर गोरखपुर निवासी युवक युवराज पुत्र मोहन गोंड़ से संपर्क हुआ था। दुल्हन की मां को युवराज पसंद आ गया और इंस्टाग्राम के माध्यम से बातचीत होने लगी। इसी दौरान दुल्हन की मां ने अपनी सौतेली बेटी की शादी की बात युवक के सामने रख दी। युवक ने स्वीकार कर ली न तो दुल्हन के पिता न मां द्वारा युवक कोई छानबीन की न ही उसके घर को देखा गया। युवक ने दुल्हन को भी नहीं देखा था। सगाई भी नहीं हुई बस सब कुछ फोन के माध्यम से सब चलता रहा। फोन पर ही शादी की तारीख रख दी गयी। दुल्हन के पिता ने कर्जा कर बेटी की शादी की पूरी रंगारंग तैयारी कर दी। कार्ड छपवा कर बांट दिए लेकिन ऐन मौके पर दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा। उधर दूल्हे युवराज से मोबाइल पर जानकारी चाही तो उसने बताया कि बारात लाने की कोई बात नहीं हुई थी। मेरे से लड़की की सौतेली मां इंस्टाग्राम पर बात करती थी। तभी वो मुझ पर अपनी बेटी से शादी करने का दबाब बना रही थी। कहा कि वे लोग जबरदस्ती शादी की तारीख तय कर मंडप सजा लिया होगा, इसमे मेरी जिम्मेदारी नहीं है। प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि थाने में दुल्हन या उसकी मां की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गयी है, बल्कि खुद दूल्हे की छानबीन किए बिना लड़की पक्ष के लोगों ने शादी की तारीख पक्की करने की गलती मानी है।