गाजियाबाद में मुंशी की हत्या में सिपाही समेत तीन गिरफ्तार: घर के बाहर खड़े होने पर हुआ था विवाद
गाजियाबाद। गाजियाबाद स्थित मसूरी थाना क्षेत्र के इंद्रगढ़ी में शनिवार शाम हुई कहासुनी के बाद दिल्ली पुलिस के सिपाही, पत्नी व बेटे द्वारा अधिवक्ता के मुंशी को मारी गई गोली मामले में पीड़ित की दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मामले में पुलिस ने आरोपित सिपाही व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मामले में सिपाही का बेटा अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।
बता दें कि इंद्रगढ़ी की लीलू कालोनी के रहने वाले रामेश्वर दयाल एक अधिवक्ता के मुंशी हैं। वह शनिवार शाम घर से टहलने के लिए निकले थे। इस दौरान उनकी पड़ोसी दिल्ली पुलिस के सिपाही मुकेश से कहासुनी हो गई थी। इसके बाद मुकेश ने बेटे रोहित उर्फ महाराणा व पत्नी गीता के साथ मिलकर उनके कूल्हे में सटाकर गोली मार दी थी। वारदात के बाद आरोपित फरार हो गए थे।
पुलिस को गुमराह करने के लिए मुकेश ने अपने सिर में ईंट मारकर खुद को भी घायल कर लिया था। स्वजन ने रामेश्वर दयाल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर किया। रविवार सुबह रामेश्वर की उपचार के दौरान मौत हो गई। मामले में रामेश्वर के भाई मोहित गौतम ने तीनों आरोपितों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
घर के बाहर खड़ें होने पर हुआ विवाद
एसीपी मसूरी निमिष पाटिल का कहना है कि पुलिस ने मुकेश व उसकी पत्नी गीता को गिरफ्तार कर लिया है। रोहित उर्फ महाराणा अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि घर के बाहर खड़े होने पर मुकेश और रामेश्वर के बीच कहासुनी हुई थी। विवाद बढ़ने पर मुकेश और उसके बेटे ने रामेश्वर को गोली मारी और मुकेश की पत्नी ने रोहित को भगाने व तमंचा छिपाने में मदद की थी।