ग्रेटर नोएडा के दनकौर के गांव के 33 युवक युवतियों ने बगैर कोचिंग की पुलिस भर्ती परीक्षा की उत्तीर्ण
ग्रेटर नोएडा/ डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी।
ग्रेटर नोएडा के दनकौर क्षेत्र के अस्तौली गांव के 33 युवक और युवतियों ने क्षेत्र का नाम एक बार फिर रोशन किया है । गांव के इन युवक और युवतियों ने बिना कोचिंग के गांव के निशुल्क पुस्तकालय में स्वाध्याय करके यूपी पुलिस की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है।
युवाओं की इस उपलब्धि से पूरा गांव खुशी मना रहा है। गांव के कई दर्जन घरों में हंसी-खुशी का माहौल है। 21 नवंबर को यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ था। इसमें पहली बार अस्तौली गांव के युवाओं ने यह सफलता हासिल की है। इसके बाद से गांव में खुशी की लहर है। बिल्लू, मनीष, आकाश, कविता, कुलवंत, अरविंद, संध्या, रिंकू, मनीष, शीतल, अंकित, सौरभ, बबली, गौरव, भूपेंद्र, मनीषा, शीला, आकाश, विक्की, नितिन, भावना, अभिषेक, हिमांशु, मोहित, मनीष, हर्ष, मनीष, सौरभ, मोनी, राहुल, अंकित, मोहित शर्मा और मानवी ने परीक्षा पास की है।
इन छात्रों के लिए निशुल्क में दी पुस्तक अस्तौली गांव के अंदर ग्राम पाठशाला द्वारा निशुल्क पुस्तकालय बनाया गया है। इसमें गांव के सभी युवाएं आकर अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इनमें कई युवा ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह किताबें नहीं खरीद पाए थे। गांव के निवासी अंकित भाटी ने बच्चों को परीक्षा की तैयारी करने में कोई असुविधा न हो इसके लिए सभी विषय की निशुल्क पुस्तकालय लाइब्रेरी में रखवाई। इससे सभी बच्चे अपनी तैयारी करते। शिक्षक होने के नाते अंकित सभी छात्रों को लाइब्रेरी में जाकर उनकी तैयारी करने में भी मदद करते। जिस सहयोग के कारण सभी छात्रों ने परीक्षा पास की। जनपद के अस्तौली गांव के 33 युवाओं ने उत्तर प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की है। इसके बाद से गांव में खुशी की लहर है। बिल्लू, मनीष, आकाश, कविता, कुलवंत, अरविंद, संध्या, रिंकू, मनीष, शीतल, अंकित, सौरभ, बबली, गौरव, भूपेंद्र, मनीषा, शीला, आकाश, विक्की, नितिन, भावना, अभिषेक, हिमांशु, मोहित, मनीष, हर्ष, मनीष, सौरभ, मोनी, राहुल, अंकित, मोहित शर्मा और मानवी ने परीक्षा पास की है।
छात्रों के लिए निशुल्क में दी पुस्तक अस्तौली गांव के अंदर ग्राम पाठशाला द्वारा निशुल्क पुस्तकालय बनाया गया है। इसमें गांव के सभी युवाएं आकर अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इनमें कई युवा ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह किताबें नहीं खरीद पाए थे। गांव के निवासी अंकित भाटी ने बच्चों को परीक्षा की तैयारी करने में कोई असुविधा न हो इसके लिए सभी विषय की निशुल्क पुस्तकालय लाइब्रेरी में रखवाई। इससे सभी बच्चे अपनी तैयारी करते। शिक्षक होने के नाते अंकित सभी छात्रों को लाइब्रेरी में जाकर उनकी तैयारी करने में भी मदद करते। जिस सहयोग के कारण सभी छात्रों ने परीक्षा पास की।