दिल्ली के होलंबी कलां के एक खेत में छिपे मिले 7-8 ग्रेनेड, कई लोग हिरासत में; पुलिस जांच में जुटी
दिल्ली के होलंबी कला इलाके में कुछ हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो 7 से 8 देशी हथगोले एक खेत से बरामद किए गए हैं। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस चौकन्नी हो गई है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। रिपोर्टों के मुताबिक, बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाया गया है। दिल्ली पुलिस इस सनसनीखेज घटना को बेहद संजीदगी से ले रही है। पुलिस ने इस घटना की छानबीन तेज कर दी है। ये हैंड ग्रेनेड कहां से लाए गए इस बारे में संदिग्धों से सख्त पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आउटर नार्थ स्पेशल स्टाफ ने सोमवार को मेट्रो विहार के जंगलों में छिपाकर रखे गये आठ हैंडग्रेनेड बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में कुछ संदिग्धों को पकड़ा है। फिलहाल एनएसजी की टीम को जांच के लिए बुलाया गया है जिसके बाद हैंडग्रेनेड की त्रिवता के बारे में जानकारी मिल सकेगी। एक शख्स ने स्पेशल स्टाफ की टीम से संपर्क कर इस घटना की जानकारी दी। शख्स ने बताया कि मेट्रो विहार फेज टू निवासी दिलीप उर्फ बिल्ली नाम के शख्स ने प्लास्टिक की बाल्टी में देसी बम छिपाकर रखे हैं।
उसने यह भी बताया कि इन बमों का इस्तेमाल किसी की हत्या में किया जाएगा। इस जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर प्रतीक सक्सेना के नेतृत्व में गठित स्पेशल स्टाफ की टीम ने दिलीप को उसके घर से दबोच लिया। दिलीप काफी देर तक पुलिस को जंगल में घुमाता रहा। फिर एक जगह दिलीप के इशारे पर पुलिस ने खुदाई की तो घासफूस ढंकी हुई बाल्टी मिली। जब पुलिस ने ढक्कन हटाया तो हैंडग्रेनेड की तरह आठ गोले मिले। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक कीजांच में मालूम हुआ है कि यह खुद ही बनाया गया है।
पुलिस ने विस्फोटक मिलने के बाद पहले जिले की क्राइम टीम एवं बम डिस्पोजल स्क्वाड को बुलाया। इसके बाद एनएसजी के बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे इलाके को घर दिया गया है। साथ ही नरेला इंडस्ट्रियल एरिया थाने में विस्फोटक एवं अन्य अधिनियम में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। हालांकि अभी तक दिलीप ने बम रखने का कारण नहीं बताया है। पुलिस इस बारे में पूछताछ कर रही है। साथ ही दिलीप के एक अन्य साथी की तलाश की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिलीप पर वर्ष 2010 में चोरी का मुकदमा दर्ज था।
सनद रहे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस साल 12 जनवरी को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। ये आतंकी दक्षिणपंथी नेताओं को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। इन दोनों संदिग्धों में से एक ने विदेश में बैठे अपने आकाओं को अपनी क्षमता दिखाने के लिए एक कूड़ा बीनने वाले युवक की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस युवक की सड़ी गली लाश बरामद की गई थी। संदिग्धों ने हत्या का वीडियो बनाकर विदेश में बैठे हैंडलर को भेजा था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छानबीन में पाया था कि संदिग्धों को पाकिस्तान के हैंडलर से हथियार मिले थे। दोनों संदिग्धों के दो आका विदेश में बैठकर इनको निर्देश दे रहे थे। हैंडलर में अर्शदीप डाला का नाम सामने आया था जो कनाडा में रह रहा है। डाला केटीएफ यानी खालिस्तान टाइगर फोर्स का आतंकी बताया जाता है। अर्शदीप डाला 2017 से ही फरार है। पाकिस्तानी हैंडलर का नाम हैदर था। दिल्ली पुलिस ने पाया कि हैदर ISI अधिकारी है या आईएसआई के लिए काम करता है।
गौर करने वाली बात यह कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है। जब बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाएं देखी गई हैं। इन घटनाओं में फायरिंग और बमबाजी की सूचनाएं भी मिली हैं। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक एडवाइजरी भेजी थी जिसमें राज्यों को सतर्क किया गया था। दिल्ली पुलिस भी चौकन्नी है और सतर्कता को लेकर खास एहतियात बरते जा रहे हैं।