नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ICC साइबर क्राइम का शिकार हो गया है, जिसमें वायर ट्रांसफर के जरिए लगभग 2.5 मिलियन डॉलर (21 करोड़ रुपये) की भारी भरकम राशि ठग ली गई है। हालांकि, वास्तिवक धनराशि की पुष्टि नहीं हुई है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक कथित घोटाला यूएसए में 2022 में हुआ।
जालसाजों से ठगी करने के लिए लिए मार्ग बिजनेस ई-मेल (BEC) का इस्तेमाल किया था। इसे ई-मेल खाता समझौता भी कहा जाता है, जिसे फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) सबसे अधिक आर्थिक रूप से हानिकारक ऑनलाइन अपराधों में से एक के रूप में मानता है।
ICC ने साधी है चुप्पी
फिलहाल आईसीसी इस घटना के बारे में चुप है। उसने संयुक्त राज्य अमेरिका में कानून-प्रवर्तन एजेंसियों को संदिग्ध धोखाधड़ी की सूचना दी है। मामले की जांच की जा रही है। ईएसपीएन क्रिक इन्फो के मुताबिक आईसीसी को पिछले साल इस घटना के बारे में अपडेट किया गया था। फिलहाल अभी तक पता नहीं चल सका है कि धोखेबाजों ने ICC खाते से पैसे निकालने के लिए कौन सा रास्ता अपनाया।
जानें क्या है BEC घोटाला
BEC घोटाला फिशिंग का एक रूप है जहां कंपनियों और व्यक्तियों को बरगलाया जाता है। वायर ट्रांसफर करने के लिए राजी किया जाता है। FBI ने पिछले नवंबर में एक कांग्रेसनल रिपोर्ट में कहा था कि उसके इंटरनेट अपराध नियंत्रण केंद्र को 2021 में 2.4 बिलियन डॉलर से अधिक रुपयों की BEC से संबंधित शिकायत प्राप्त हुए थे।
FBI की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीईसी घोटाला तेजी से विकसित हो रहा है। घोटाला कथित रूप से धोखाधड़ी वाले ई-मेल से आगे बढ़ा है। इसमें जालसाज संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का फर्जी ई-मेल बनाकर, खाते में पैसे भेजने के लिए मेल करते हैं।