सीईओ रितु माहेश्वरी ने दिया निर्देश, 30 शौचालय बनेंगे, 600 डस्टबिन लगाने का होगा काम, जानिए प्लान
ग्रेटर नोएडा को इलेक्ट्रॉनिक्स वेस्ट से निजात दिलाने के लिए प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने सार्थक पहल की है। सीईओ ने ई-वेस्ट प्रोसेस करने वाली एजेंसी का अतिशीघ्र चयन करने के निर्देश जारी किए हैं। सीईओ ने जलपुरा स्थित गोशाला में गोवंशों के लिए एक और शेड जल्द बनाने का आदेश दिया है।
बता दें कि, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की। सीईओ ने कहा है कि, सॉलिड वेस्ट को प्रोसेस कराना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी हो गया है ई-वेस्ट का निस्तारण करना। इसलिए ई-वेस्ट को प्रोसेस करने वाली एजेंसी का चयन जल्द से जल्द कर काम शुरू कर देना होगा। रितु माहेश्वरी ने जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा में 30 और शौचालय बनाने के निर्देश दिए हैं।
पहले भी दिए गए हैं शौचालय बनाने के निर्देश
मिली जानकारी के अनुसार, 30 शौचालय पूर्व में बनाए भी गए हैं, जिनमें से 19 का लोगों ने उपयोग करना भी शुरू कर दिया है। 11 शौचालय भी लगभग बनकर तैयार हो चुके हैं। इनको जल्द ही उपयोग में लाया जाएगा। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के डी पार्क में प्रस्तावित वेस्ट टू वंडर बनाने वाली निजी एजेंसी का चयन कर कार्य जल्द शुरू कराने के निर्देश जारी किए हैं। जलपुरा स्थित गोशाला में गोवंश रखने की क्षमता को बढ़ाने के लिए एक और शेड बनाने के लिए कहा गया है, जिससे करीब 1200 गोवंशों को रखने की सुविधा मिल जाएगी। ग्रेटर नोएडा के सार्वजनिक स्थानों पर 600 नए डस्टबिन रखवाए जाएंगे। सीईओ ने शहरवासियों से डस्टबिन में ही कूड़ा फेंकने की अपील की है।
वॉकी-टॉकी से लैस होगी सफाई की टीम
सीईओ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को पालतू जानवरों के रजिस्ट्रेशन के लिए एप को शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए हैं। एप तैयार होते ही पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है। सीईओ ने सफाई से जुड़ी सभी टीमों को वॉकी-टॉकी से लैस करने को कहा है, ताकि काम बेहतर हो सके। सीईओ ने सभी विकास कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया है।