मॉडलपुर और फलेदा कट पर विस्थापित होंगे जेवर एयरपोर्ट के 6 गांव के किसान भूमि हुई चिन्हित
ग्रेटर नोएडा/ डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी
जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण के 6 गांव के किसान दो स्थानों पर विस्थापित होंगे। प्रशासन ने ग्रामीणों के विस्थापन के लिए फलेदा कट और मॉडल पुर गांव के पास जमीन चयनित की है। बुधवार को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और एसडीएम जेवर अभय प्रताप ने जिला मुख्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी सार्वजनिक की। फलौदा कट पर 120 हेक्टेयर जमीन और मॉडल पुर गांव पर 60 हेक्टेयर जमीन प्रशासन ने चयनित कर ली है। जल्दी ही इस जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण करने से पहले किसानों से उनकी सहमति विस्थापन स्थल के संबंध में ली जाएगी इसके लिए गांव में शिविर लगाकर किसानों की समस्याएं और सुझावों मांगे जाएंगे।
इस संबंध में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि एक स्थान प्रस्तावित फ़िल्म सिटी और मेडिकल डिवाइस पार्क के सामने होगा, यमुना एक्सप्रेस वे से सटा हुआ तथा मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ होगा। इस विस्थापन स्थल के समीप हरियाणा से जेवर एअरपोर्ट को जोड़ने वाला मार्ग तथा एक तरफ यमुना एक्सप्रेस वे, निकट ही ईस्टर्न पेरिफेरल पर चढ़ने का स्थान, भविष्य में हाई स्पीड ट्रेन एवं प्रस्तावित पॉड टैक्सी भी समीप से गुजरेगी। अपरैल पार्क जैसी वस्त्र उद्योग से संबंधित इकाइयों, यहाँ की स्थानीय महिलाओं के 70 फीसदी रोजगार का माध्यम बनेगी। फ़िल्म सिटी के सामने स्थित फलेगा कट के पास इस विस्थापन स्थल को विकसित किया जाएगा, जो तकरीबन 120 हेक्टेयर में विकसित होगा। यहाँ विस्थापित होने वाले किसानों की सुविधाओं के लिए खेल का मैदान, सामुदायिक केंद्र, स्वास्थ्य सेवाए ,शिक्षण संस्थाएँ ओर कौशल विकास केंद्र जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। भौगोलिक दृष्टि से अगर हम इस स्थान की बात करें, तो मेरी नजर में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ, यह स्थान दुनिया का एक बेहतरीन स्थान विकसित होगा, जहाँ बसने वाले किसानों को सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
दूसरा विस्थापन स्थल जेवर के समीप माडलपुर पर स्थित होगा, जिसके लिए तकरीबन 60 हेक्टेयर भूमि विकसित कराई जाएगी। यह स्थान भी सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ एअरपोर्ट और जेवर कस्बे के नजदीक होने के कारण मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ा हुआ होगा। किसान और उनके बच्चों से संबंधित अति आधुनिक सभी मूलभूत सुविधाएं यहाँ उपलब्ध कराई जाएंगी |
द्वितीय चरण में लगभग 18,500 परिवार प्रभावित है, जिसमें से ग्राम रन्हेरा, कुरैब और नगला हुकम सिंह के 13,320 परिवारों को उपरोक्त स्थलों पर विस्थापित किया जाना है। नगला हुकमसिंह के 1600 रन्हेरा के 6120 तथा कुरेब के 5600 परिवार विस्थापित होंगे।