शराब नीति के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएगी भाजपा, 23 को करेगी विधानसभा घेराव
नई दिल्लीः दिल्ली सरकार की आबकारी नीति और एमसीडी के 123 वार्ड में शराब के ठेके बिना अनुमति खोले जाने के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) फिर से सड़क पर उतरेगी. इस बात की जानकारी दिल्ली प्रदेश बीजेपी के दफ्तर में एक संयुक्त प्रेसवार्ता में दी गई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और दिल्ली प्रदेश बीजेपी के महामंत्री कुलजीत चहल ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा घोटाले के खिलाफ 16 मार्च से बीजेपी जन जागरण अभियान शुरू करेगी, जो 26 मार्च तक चलेगा.
बिधूड़ी ने कहा कि पिछले 15 दिनों से बीजेपी अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे को लेकर आंदोलन कर रही है. बीजेपी शुरू से यह बात कहती रही है कि शराब घोटाले के मुख्य कर्ताधर्ता अरविंद केजरीवाल हैं. जिस कमेटी में इस नीति को मंजूरी दी गई, उसकी अध्यक्षता खुद केजरीवाल ने की थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली एमसीडी के 123 वार्ड में शराब के ठेके खोलने को लेकर भी बीजेपी प्रदर्शन करेगी. इस ठेके को खोलने की अनुमति नहीं दी गई थी. बिधूड़ी के अनुसार, देश का कानून दिल्ली सरकार को यह अनुमति नहीं देता कि शराब की बिक्री 10 बजे से बढ़ाकर 3 बजे तक कर दिया जाए, जबकि इसके लिए उन्हें दिल्ली पुलिस की अनुमति और एनओसी लेनी होगी, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बिना अनुमति लिए इस समय को बढ़ा दिया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी इन घोटालों पर चुप नहीं बैठेगी और जब तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा नहीं दे देते, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. कुलजीत सिंह चहल ने जन जागरण अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि 16 मार्च को भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता अपने अपने इलाके में घर-घर जाकर जागरुकता अभियान चलाएंगे और साथ ही केजरीवाल की शराब नीति में भ्रष्टाचार करने की बात को उजागर करेंगे. 17 मार्च को दिल्ली बीजेपी प्रमुख मेट्रो स्टेशनों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगी और फिर 18 मार्च को दिल्ली के प्रमुख बाजारों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि 19, 20 और 26 मार्च को डोर टू डोर कैंपेन भी चलाया जाएगा. इस बीच 21 मार्च को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन कर केजरीवाल सरकार की बर्खास्तगी की मांग करेगी. साथ ही राष्ट्रपति को ज्ञापन भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 23 मार्च को विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा. इसके अलावा 25 मार्च को भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे दिल्ली के मंत्रियों और विधायकों के घर या दफ्तर के बाहर पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.