CM House के बाहर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, जल्द से जल्द नियुक्ति की मांग
लखनऊ: नियुक्ति की मांग को लेकर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंच गए। यहां पुलिस ने उन्हें बैरिकेटिंग लगाकर रोका और बलपूर्वक उन्हें बस पर बैठाकर इको गार्डेन स्थित धरना स्थल पर छोड़ दिया। इस बीच अभ्यर्थियों व पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। फिलहाल मुख्यमंत्री आवास पर अधिकारियों ने अभ्यर्थियों की मांगें पूरी करने का उन्हें आश्वासन दिया।
शनिवार को बड़ी संख्या में होम्योपैथिक फार्मासिस्ट नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर सीएम आवास पहुंच गए। अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2019 में 420 पदों पर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट की भर्ती के लिए आवेदन जारी किया गया।
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने 24 अक्टूबर 2019 को लिखित परीक्षा कराई और एक साल से भी अधिक समय बीतने के बाद दिसंबर 2020 में परीक्षा परिणाम जारी किया। चयनित अभ्यर्थियों का डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम 16 मार्च से 20 मार्च 2021 के बीच किया गया।
जानबूझकर किया जा रहा परेशान
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) आरक्षण को लेकर अभ्यर्थी कोर्ट चले गए। अभ्यर्थियों ने बताया कि कोर्ट की ओर से ईडब्ल्यूएस के 41 पदों को छोड़कर बाकी पदों पर भर्ती के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। अभ्यर्थियों ने कहा कि अधिकारी जानबूझकर उन्हें परेशान कर रहे हैं।
पुलिस ने अभ्यर्थियों को पांच घंटे तक बैठाए रखा
उधर पुलिस ने पांच अभ्यर्थियों अभय राजपूत, विवेक पाल, विवेक मिश्रा, गरिमा सिंह व विपुल दुबे को रोक लिया। इन्हें गौतमपल्ली थाने में करीब पांच घंटे तक बैठाए रखा। विरोध के बाद इन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात अधिकारियों से मिलाया गया और इन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द मांगें पूरी की जाएंगी।