साढ़े 5 घंटे चला असद और गुलाम का पोस्टमॉर्टम, डॉक्टरों ने बताया कहां गोली लगने से हुई मौत
झांसी. गैंगस्टर से पॉलिटिशियन बने अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को यूपी एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर में मार गिराया. गुरुवार देर रात दोनों का पोस्टमार्टम किया गया. महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है कि एनकाउंटर में असद को दो गोली लगी थी. वहीं उसके साथी गुलाम को एक गोली लगी. दोनों की एनकाउंटर में मौत हो गई थी.
महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सेंगर का कहना है कि असद को दो बुलेट इंजरी थी वहीं गुलाम को सिर्फ एक बुलेट लगी थी. उन्होंने कहा कि पुलिस दोनों को अस्पताल लेकर पहुंची थी. मेडिकल परीक्षण के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया गया था.
डॉक्टरों की टीम ने किया था पोस्टमार्टम
पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए डॉ. सेंगर ने कहा कि लीगल प्रोसेस के तहत पूरा पोस्टमॉर्टम कियागया. पूरी बॉडी का X-Ray किया गया था. पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने किया था. डॉ. सेंगर के मुताबिक असद के शरीर में दो बुलेट इंजरी थी और गुलाम के शरीर में एक जख्म था. अस्पताल लाने से करीब 1.30 से 2 घंटे पहले उनकी मौत हो गई थी.
डॉ. सेंगर का कहना है कि गुलाम को गोली पीठ पर लगी थी और वाइटर अंगों को चीरते हुए बाहर निकल गई थी. गुलाम को जब अस्पताल लाया गया कब काफी खून बह रहा था. मालूम हो कि दोनों असद और गुलाम उमेश पाल मर्जर केस के प्रमुख आरोपी थे. दोनों पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
पुलिस को मिला था इनपुट
ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने पहले खुलासा किया था कि इनपुट मिली थी कि असद अपने पिता अतीक को रिहा करने की प्लानिंग कर रहा था. वह पुलिस के काफिल पर तब हमला करने की फिराक में था जब टीम अतीक को उत्तर प्रदेश सुनवाई के लिए लाने वाली थी. इसके बाद पुलिस और स्पेशल फोर्स की टीम को डिप्लॉय कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि हमे इनपुट मिली थी कि उमेश पाल मर्डर केस में सुनवाई के लिए यूपी लाने के दौरान अतीक और अशरफ के काफिले पर हमला किया जा सकता है. इनपुट के बाद दो टीम लग दी गई थी. मालूम हो कि उमेश पाल मर्डर केस के बाद अतीक अहमद और उसकी फैमिली पुलिस के रेडार में आई थी. उमेश राजू पाल मर्डर केस का चश्मदीद था.