नोएडा में कारोबारी की गोली मारकर हत्या, पुलिस ने शुरू की जांच
नोएडा सेक्टर 58 थाना क्षेत्र के सेक्टर 62 में शुक्रवार (21 अप्रैल) देर रात रचित चौहान उर्फ राहुल नामक एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मर्डर की वारदात रजत विहार इलाके में अंजाम दी गई है. सबसे बड़ी बात ये है कि जिस जगह पर कारोबारी को गोली मारी गई वहां से चंद कदमों की दूरी पर ही पुलिस चौकी मौजूद है.
फिलहाल हत्या के पीछे क्या कारण है, ये पता लगाने में नोएडा पुलिस जुटी हुई है. पुलिस का कहना है कि कई सारे पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है. वहीं रचित चौहान के परिजनों का कहना है कि रचित अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहा था और उसके पास एक काले रंग का बैग भी था, जो गायब है. एक अंदाजा है कि उस बैग के अंदर 4 से 5 लाख रुपये कैश थे.
क्या है मामला?
पुलिस के अनुसार ये वारदात शुक्रवार देर रात 11:30 बजे के आसपास की है. पुलिस को सूचना मिली कि रजत विहार बी और सी ब्लॉक के बीच चौराहे पर एक स्कूटी सवार को गोली मार दी गई है. पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल ले गई. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पहचान रचित चौहान के रूप में की गई. रचित रजत विहार के सी ब्लॉक का रहने वाला था.
पत्नी ने क्या कहा?
रचित अपनी पत्नी और माता पिता के साथ सी ब्लॉक रजत विहार में रहते थे. उनका डिस्पोजेबल आर्टिकल्स का व्यापार है और दुकान खोड़ा कॉलोनी में है. मृतक की पत्नी शिखा ने बताया कि शुक्रवार रात 10:00 बजे उनकी आखिरी बार रचित से फोन पर बात हुई थी. रचित ने कहा था कि वो आने में लेट हो जाएगा क्योंकि शनिवार को ईद है और दुकान पर भीड़ ज्यादा है.
इसके बाद शिखा ने 11:00 बजे रचित के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उटाया. उसके बाद उसने 12:00 बजे एक बार फिर से कॉल किया. इस बार फोन रिसीव किया गया और उठाने वाले ने बताया कि वह नोएडा पुलिस से बोल रहा है. रचित के साथ दुर्घटना हो गई है आप अस्पताल आ जाइए. इसके बाद रचित के माता-पिता तुरंत अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें बताया गया कि रचित की मृत्यु हो गई है.
रचित को अज्ञात बदमाशों ने गोली मारी थी और यह वारदात उनके घर से महज 100 मीटर की दूरी पर ही अंजाम दी गई थी. शिखा का कहना है कि कुछ समय पहले रचित का अपनी दुकान के पास किसी स्थानीय व्यक्ति से झगड़ा भी हुआ था. मृतक के पिता का कहना है कि रचित की हत्या क्यों की गई है, फिलहाल ये भी स्पष्ट तौर पर नहीं बता सकते हैं, लेकिन शुक्रवार रात को जब रचित घर लौट रहा था तो उसके पास एक काले रंग का बैग भी था, जिसमें कैश होता था.
रजत के पिता का कहना है कि उसने बातों-बातों में कहा था कि दुकान की प्रत्येक दिन की बिक्री 4 से 5 लाख रुपये के बीच होती है तो इसी से अंदाजा है कि शायद उसके बैग में 4 से 5 लाख रुपये के बीच रहा होगा. रचित के पिता ने यह भी बताया कि कुछ समय पूर्व रचित का झगड़ा खोड़ा कॉलोनी में ही कुछ स्थानीय लोगों से हुआ था. वो लोग शायद उनके बेटे पर पैसों को लेकर दबाव बना रहे थे.
किस पर शक है?
रचित की दुकान पर दो लड़के भी काम करते हैं, उनमें से एक का नाम फटकू है. रचित के परिजनों व दुकान पर काम करने वाले एक अन्य लड़के का कहना है कि शुक्रवार देर रात को जब दुकान बंद की गई थी तो शॉप से रचित और फटकू दोनों साथ ही स्कूटी पर सवार होकर निकले थे.
ये पता चला है कि दोनों रजत विहार सी ब्लॉक और बी ब्लॉक के बीच में स्थित चौराहे तक आए थे. वहां पर फालूदा वाले भी खड़े होते हैं. तभी बाइक सवार हमलावर भी वहां पहुंचे, जिन्होंने अपने चेहरे कपड़े से ढके हुए थे और उन्होंने रचित को गोली मार दी और फिर खोड़ा कॉलोनी की तरफ फरार हो गए. इस दौरान फटकू कहां चला गया, ये किसी को नहीं मालूम है और वो आया भी नहीं है. ऐसे में शक की सुई उस पर भी जाती है.
डीसीपी ने क्या बताया?
नोएडा के डीसीपी हरिश्चंद्र का कहना है कि ये घटना शुक्रवार देर रात की है. मामले की जांच के लिए चार टीमों का गठन किया गया है. रचित के परिजनों से बातचीत करने के बाद ये भी जानकारी मिली है कि किसी के साथ उसका झगड़ा हुआ था जो कुछ महीने पहले की बात है. उसको धमकी भी दी गई थी.
डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि शुक्रवार देर रात की घटना के बारे में अगर बात करें तो हमें ये पता चला है कि रचित जब दुकान बंद करके घर की तरफ चला है तो उसके साथ एक और लड़का भी था. ये दोनों फालूदा वालों की दुकान तक पहुंचे हैं. तभी वहां पर दो लड़के बाइक पर सवार होकर आए हैं और उन्होंने रचित के साथ कुछ कहासुनी की है, जिसके बाद उसे गोली मार दी है. वो जो लड़का रचित के साथ था, उसका भी अभी कुछ पता नहीं चल पाया है. उसे भी ढूंढा जा रहा है. हर कोण को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है.