आगरा में हादसा, मकान की छत गिरने से दो बेटों की मौत, मलबे में दबी महिला की हालत गंभीर, परिवार में मचा कोहराम
आगरा जिले में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हुआ है। खेरागढ़ कस्बा के नगला उदैया मार्ग स्थित एक मकान की पट्टी (पत्थर) से बनी छत देर रात अचानक से गिर गई। छत गिरने से मलबे में दबने से एक बच्चे और एक किशोर की मौत हो गई है। वहीं, एक की हालत गंभीर है। घटना के बाद आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। आनन-फानन में सभी को मलबे से निकाला गया।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां पर आरुष और पुनीत की इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीन लोग बाल-बाल बच गए। बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। हादसा सुभाष अग्रवाल के घर पर हुआ है। घायल महिला सुरभि अग्रवाल पत्नी विष्णु अग्रवाल का इलाज चल रहा है। उसके बेटे आरुष (5) और पुनीत (17) पुत्र ब्रजेश की मौत हुई है।
एक ही कमरे में सभी सदस्य सो रहे थे
ये हादसा देर रात करीब दो बजे के करीब हुआ। नगला उदैया रोड पर अयोला के पास सुभाष चंद अपने परिवार के साथ संयुक्त रहते हैं। जानकारी के मुताबिक, उनके दोनों बेटे विष्णु और ब्रजेश एक ही साथ घर में रहते हैं। बताया जा रहा है कि कल रात करीब 11 बजे ब्रजेश की बेटी का रिश्ता तय करके परिवार के सभी सदस्य आगरा से लौटे थे। घर आने पता चला कि बृजेश के कमरे का AC खराब है तो सभी लोग विष्णु के कमरे में सो गए।
दोनों भाई बाहर निकले, फिर लोगों को बचाया
एक ही कमरे में दोनों भाई विष्णु और ब्रजेश, ब्रजेश का बेटा पुनीत (17), विष्णु का बेटा आरुष (05), उसकी गर्भवती पत्नी सुरभि अग्रवाल (26) सोए थे। देर रात कमरे की छत अचानक से भरभराकर गिर गई। इसी मलबे में परिवार के सभी लोग दब गए। तेज आवाज सुनकर आस पास के लोग दौड़े। गनीमत रही कि विष्णु और ब्रजेश को काफी चोट नहीं लगी थी। वे दोनों किसी तरह मलबे से खुद ही बाहर निकले। इसके बाद अन्य लोगों के साथ मिलकर घर के अन्य तीन लोगों को भी बाहर निकाला। बाहर निकलते-निकलते विष्णु की पत्नी सुरभि के हाथ पर छत की पटिया गिरी, जिससे वह चोटिल हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू
आस पास के लोग तीनों घायलों को जल्दी से अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर आरुष और पुनीत को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, सुरभि के हाथ और पीठ पर गंभीर चोट लगी है। मामले की जानकारी लोगों ने पुलिस को भी दी। उधर, पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। आधी रात में घर पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
बच्चों की मृत्यु से परिजनों में मचा कोहराम
बच्चों की मृत्यु से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। हादसे की जानकारी पर नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार भी पहुंच गए। परिजनों में शवों का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पुलिस ने उनके शवों का पंचनामा भरकर उनके सुपुर्द करते हुए अग्रिम कार्रवाई में जुट गई।
पटिया (पत्थर) से बनी थी छत, फिर मिट्टी लगाया
बताया जा रहा है कि ये मकान नया ही बना है। पुराना नहीं है। लेकिन कमरे की छत को पटिया से बनवाया गया था। इसके बाद उसके ऊपर मिट्टी भी डलवाई गई थी। छत गिरने का एक कारण लोगों ने इसे भी बताया है। एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो जाने से परिजनों में मातम छाया है।