जालौन में भाजपा नेता की बेटी ने खुद को गोली से उड़ाया, इस वजह से उठाया आत्मघाती कदम
उरई में 12वीं की परीक्षा में केमिस्ट्री विषय में कम अंक आने से आहत छात्रा ने रविवार रात करीब 10 बजे मकान की तीसरी मंजिल पर कमरे में पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी से सटाकर मारी गई थी।
पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई। मौके पर छात्रा का खून से लथपथ शव पड़ा था। पास में ही पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर पड़ी थी। पुलिस घटना की जांच शुरू की है। शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला शांतिनगर निवासी राजेंद्र शर्मा उर्फ कल्लू भाजपा के नगर उपाध्यक्ष हैं।
झांसी रोड स्थित उनकी ट्रांसपोर्ट कंपनी भी है। उनकी पुत्री साक्षी शर्मा उर्फ निक्की (18) सरस्वती विद्यामंदिर में 12 वीं छात्रा थी। पिता ने बताया कि 25 अप्रैल को बोर्ड का परीक्षा परिणाम आया था। निक्की के केमिस्ट्री विषय में कम नंबर थे। इसे लेकर वह तनाव में रहती थी।
वह ज्यादा किसी से बात नहीं कर रही थी। घर के सभी लोगों ने उसे काफी समझाया भी था। रविवार रात करीब आठ बजे निक्की खाना खाकर कमरे में सोने चली गई थी। रात करीब 10 बजे बाहर से लौटे पिता खाना खाने के लिए बेटी को बुलाने पहुंचे।
दरवाजा नहीं खुला तब उन्होंने धक्का मारा, तो अंदर से कुंडी लगी थी। घटना के वक्त मकान के नीचे वाले हिस्से में छात्रा की मां मीरा, दादी और छोटा भाई शिवम थे, लेकिन किसी ने भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनीं। उसकी मौत से मां मीरा छोटे भाई शिवम सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
एएसपी असीम चौधरी ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक युवती ने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तत्काल पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है। घटना को लेकर परिजनों से भी जानकारी ली जा रही है।
दस दिन में लाइसेंसी शस्त्र से दूसरी मौत
सुरक्षा के लिए गए लाइसेंसी शस्त्र अपने ही परिवार के लिए घातक साबित हो रहे हैं। लाइसेंसी शस्त्र से दस दिन में ये दूसरी घटना है। इससे पहले 27 अप्रैल को गोपाल गंज निवासी शिक्षक टिंकू यादव की दोनाली लाइसेंसी बंदूक से 45 वर्षीय पत्नी प्रीति यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी।
इसमें शिक्षक पर ही गोली मारने का परिजनों ने आरोप लगाया है। अब छात्रा साक्षी शर्मा की लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली लगने से मौत हो गई है। सवाल ये है कि लाइसेंसी रिवॉल्वर छात्रा को मिली कैसे, जिससे उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया।