खुशखबरी! सुपरटेक के 20 हजार बायर्स को जल्द मिलेगा फ्लैट, घर मिलने का रास्ता हुआ साफ
नोएडा में 20 हजार फ्लैट बायर्स के लिए खुशखबरी है। सिंगापुर की ओकट्री कंपनी से होने वाले निवेश से सुपरटेक में घर बुक करा चुके बीस हजार से अधिक खरीदारों के घर का सपना पूरा होने की उम्मीद बंधी है। 16 परियोजनाओं में 27,476 घरों का निर्माण कार्य पूरा होगा। इसमें पहले चरण में दो साल में 20 हजार उन लोगों को फ्लैट मिलेंगे, जिनके द्वारा इन प्रोजेक्टों में फ्लैटों की बुकिंग कराई गई थी।
सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने कहा कि तीन साल में वह हर तिमाही में किस प्रोजेक्ट में कितने फ्लैटों का निर्माण कार्य पूरा कर सौंपेंगे, इसका प्रस्तावित प्लान बनाकर उन्होंने कोर्ट में भी सौंप दिया है।
दस साल से घर का इंतजार सुपरटेक के इको विलेज वन में दो बैडरूम का फ्लैट बुक कराने वाले गाजियाबाद के दिल्ली गेट निवासी नीरज ने बताया कि उन्होंने अपना फ्लैट 2013 में बुक कराया था। जो अभी तक भी उन्हें नहीं मिला है, जबकि इसके लिए उन्होंने बैंक से जो लोन लिया था, उसकी किश्त भी पूरी हो चुकी हैं, अब यदि उन्हें यह फ्लैट मिल जायेगा तो उनका नोएडा में अपने घर का सपना पूरा होगा।
नोएडा सेक्टर-26 में रहने वाली अर्चना ने बताया कि उन्होंने सुपरटेक के प्रोजेक्ट में 2014 में फ्लैट बुक किया था। इसका पूरा पैसा देने पर भी फ्लैट नहीं मिला। इन्हीं की तरह 20 हजार से अधिक लोग ऐसे हैं, जिन्होंने सुपरटेक के विभिन्न प्रोजेक्टों में फ्लैट की बुकिंग कराई थी लेकिन फ्लैट नहीं मिले।
बकाये पर सख्ती जारी
सुपरटेक ग्रुप को लगातार मिल रहे बड़े झटकों के बीच उनके लिए यह फैसला बड़ी राहत भरा रहा है। एक माह में सुपरटेक पर बड़ी कार्रवाई हुई हैं। 18 अप्रैल को सुपरटेक का दफ्तर जिला प्रशासन ने सील किया था। 15 अप्रैल को बकाये न चुकाने पर ग्रुप के चेयरमैन को जिला प्रशासन की टीम ने हिरासत में ले लिया था और दो घंटे बाद छोड़ा गया था। जिला प्रशासन बकाये के लिए सख्ती अपना रहा है।
बकाये पर सख्ती जारी
सुपरटेक ग्रुप को लगातार मिल रहे बड़े झटकों के बीच उनके लिए यह फैसला बड़ी राहत लेकर आया है। एक माह में सुपरटेक पर बड़ी कार्रवाई हुई हैं। 18 अप्रैल को सुपरटेक का ऑफिस जिला प्रशासन ने सील कर दिया था। 15 अप्रैल को बकाया न चुकाने पर सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन को जिला प्रशासन की टीम ने हिरासत में ले लिया था और दो घंटे बाद छोड़ा गया था। जिला प्रशासन बकाये की वसूली के लिए सख्ती अपना रहा है।
प्रस्ताव को सुप्रीम कोर्ट ने दी हरी झंडी
सुपरटेक के 16 अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए सिंगापुर की ओकट्री कंपनी 1600 करोड़ रुपये निवेश करेगी। निवेश के प्रस्ताव को गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी। इससे ये परियोजनाएं दो साल के अंदर पूरी हो सकेंगी।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के आदेश के बाद सुपरटेक के एक प्रोजेक्ट पर दिवालिया समाधान प्रक्रिया (आईआरपी) की नियुक्ति की गई है। उसके दिवालिया घोषित होने की प्रक्रिया चल रही है। इससे सुपरटेक के अधूरे पड़े अन्य हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को लेकर सवाल खड़े हो गए, लेकिन, अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राहत मिली है।
सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में एक प्रस्ताव दिया गया था कि सिंगापुर की ओकट्री कंपनी समूह में निवेश करने को तैयार है। इसकी मंजूरी मिलने पर सुपरटेक के अधूरे पड़े 16 प्रोजेक्ट्स पूरे हो सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से लोगों को घर मिल सकेगा। साथ ही इससे आने वाली रकम से बैंकों और प्राधिकरण के बकाये का भी भुगतान किया जाएगा।
एनसीएलटी के नियुक्त आईआरपी हितेश गोयल ने बताया कि सभी प्रोजेक्ट्स को सुपरटेक ग्रुप के प्रमोटर आरके अरोड़ा और उनकी कंपनी पूरा करेगी। निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग आईआरपी करेगा। इससे सभी निवेशकों को उनका घर मिल सकेगा।