तस्करी का नया तरीका, 13 कछुओं को ला रहे थे उत्तराखंड; यूपी पुलिस को चकमा देने के लिए अपनाई यह तरकीब
उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद के वन विभाग की टीम एवं एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर तस्करी को ले जाए जा रहे 13 कछुए बरामद किए हैं और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. यह सभी 13 कछुए संरक्षित प्रजाति के हैं, जिनमें 11 कछुए चित्रा इंडिका प्रजाति और दो कछुए निलसोनिया गंगेटिका प्रजाति के हैं. तस्करी कर यह सभी कछुए SUV कार में रखकर उत्तराखंड पहुंचाए जा रहे थे.
वन विभाग की बड़ी कार्रवाई
मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की एसटीएफ टीम ने अलर्ट होते हुए इटावा औरैया नेशनल हाईवे पर अनंतराम टोल के पास चेकिंग के दौरान पकड़ लिया. पकड़े गए तस्करों के पास कछुओं के साथ एक्सयूवी कार को भी बरामद किया है. यह तीनों तस्कर रुद्रपुर उत्तराखंड के निवासी है, जिनमें राजेश चौहान, उत्तम दास, शुभम यह तीनों शिकार करके कछुए ले जा रहे थे. सभी कछुआ का वजन 20 किलोग्राम से लेकर 50 किलोग्राम तक है और यह बड़े आकार के कछुआ हैं. ये कछुए सर्वाधिक मात्रा में यमुना नदी में यह पाए जाते हैं. इन सभी तस्करों पर वन्यजीव अधिनियम 1972 के तहत मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेज दिया गया है.
यमुना नदी से पकड़े गए थे कछुए
.इस पूरे मामले पर इटावा के प्रभागीय निदेशक अतुल कांत शुक्ला ने बताया कि, ‘अतुल कांत शुक्ला के अनुसार यमुना के आसपास के एरिया संवेदनशील क्षेत्र है. कानपुर एसटीएफ की टीम वन विभाग की टीम के साथ रहती है. मुखबिर की सूचना के आधार पर औरैया रोड पर टोल के पास 13 जिंदा कछुआ पकड़े गए हैं. पहले ये कछुए तस्करी के लिए बंगाल कोलकाता ले जाए जाते थे लेकिन इस बार यह उत्तराखंड ले जाए जा रहे थे. इसमें तीन अभियुक्त पकड़े गए हैं. तीनों रुद्रपुर उत्तराखंड के निवासी है. इनके पास से एक्सयूवी गाड़ी बरामद की है. यमुना नदी के किनारे औरैया जनपद के पास से शिकार करके लाए जा रहे थे.’