कानपुर में कार चोरी करने गए 3 यार, चुराने के बाद पता चला किसी को ड्राइविंग ही नहीं आती, जानें फिर क्या हुआ
उत्तर प्रदेश के कानपुर से चोरी का एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है. तीन लड़कों ने एक कार को लगभग चुरा ही लिया था लेकिन उनके सामने एक ऐसी स्थिति आ गई कि उनका सपना साकार नहीं हो सका. दरअसल, तीनों में से किसी चोर को ड्राइव करना नहीं आता था. घटना 7 मई को कानपुर के दबौली इलाके की है. India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों आरोपियों की पहचान महाराजपुर में बीटेक के छात्र सत्यम कुमार, डीबीएस कॉलेज के बीकॉम लास्ट ईयर के छात्र अमन गौतम और अमित वर्मा के रूप में हुई है.
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) नारायण सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों ने ‘वैन चोरी की थी, लेकिन उनमें से कोई भी गाड़ी चलाना नहीं जानता था.’ कोई विकल्प न होने पर तीनों ने दबौली से कल्याणपुर तक 10 किलोमीटर तक वैन को धकेला. उन्होंने नंबर प्लेट भी हटा दी और उसे कहीं छिपाने की योजना थी. 10 किलोमीटर तक धक्का देने के बाद तीनों इतने थक गए कि उन्होंने रात के अंधेरे में गाड़ी को वहीं छोड़ने का फैसला किया. चोरों ने कार की नंबर प्लेट उतार कर सुनसान जगह पर छिपा दिया और फरार हो गए. पुलिस ने बताया कि कार चोरी करने के बाद उनकी योजना इसे बेचने की थी. उन्होंने बताया कि उन्होंने इस बारे में पहले सोचा नहीं होगा कि चोरी करने के बाद इसे चलाना भी पड़ेगा. पुलिस ने मंगलवार को तीनों को गिरफ्तार किया है.
ACP सिंह ने कहा कि लूट के पीछे अमित वर्मा का हाथ है. इन तीनों ने चोरी के वाहनों को ऑनलाइन बेचने के लिए एक वेबसाइट खोलने का भी फैसला किया था. इंजीनियरिंग के छात्र से चोर बने सत्यम कुमार बैकअप प्लान के तौर पर चोरी की कारों को बेचने के लिए एक वेबसाइट डिजाइन कर रहा था. उन्होंने सोचा कि अगर वे बाजार में उन्हें बेचने में सफल नहीं होते तो वे वाहनों को ऑनलाइन बेच देते. उन्हें यह पता नहीं था कि गाड़ी चलाने नहीं आने की वजह से वह पकड़े भी जाएंगे.