ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन मामले में आया पाक एंगल, जांच एजेंसियों ने गाजियाबाद में डाला डेरा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) से धर्मांतरण का नया मामला सामने आया है। यहां ऑनलाइन गेम (Online Game) के जरिये किशोरों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस जाल में शहर के कई किशोर फंस चुके हैं। मामला सामने आने के बाद प्रदेश के साथ-साथ देश की सियासत भी गरमा गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Minstry) और उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
पाकिस्तान के यूट्यूब चैनल देखकर प्रभावित होते थे किशोर
गाजियाबाद में जिस हिंदू किशोर का धर्मांतरण (Conversion) हुआ था, उसने बताया कि वह पाकिस्तान (Patistan) के एक यूट्यूब चैनल ‘द यूथ क्लब’ (The Youth Club) को रोजाना देखता था, जिसमें इस्लाम के बारे में कई वीडियो हैं। इसके अलावा वो इस्लामिक स्पीकर डॉ. तारिक जमील के वीडियो देखता था, जो इस्लाम के बारे में बताता था। उससे प्रभावित होने के बाद बाकी किशोरों ने भी संजय नगर की मस्जिद में जाना शुरू कर दिया। जब भी वे नाबालिग लड़के वहां जाते थे, तो वहां अब्दुल रहमान उन्हें नमाज पढ़ने के तौर-तरीके सिखाता था और कुरान (Quran) की आयतें बताता था। उसे पता था कि नाबालिग लड़के मुस्लिम समुदाय से नहीं हैं। वह नाबालिग लड़कों को हर तरह से सुविधाएं देता था, जिसकी वजह से नाबालिग लड़कों कह झुकाव इस्लाम धर्म की ओर होता गया और वे पांच वक्त की नमाज भी पढ़ना शुरू कर दिए।
NCPCR ने केंद्र सरकार से मांगी बच्चों की सुरक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बद्दो नाम की फर्जी आईडी बनाने वाले शाहनवाज ने कुछ ऐसे लड़कों की टीम बनाई थी, जो मुसलमान होते थे और गेमिंग ऐप में हिंदू नाम से जुड़ते थे। उनके टारगेट में सिर्फ वही लड़के होते थे, जो हिंदू हो और नाबालिग हो। इस काम के लिए विदेशों से फंडिंग किए जाने की आशंका है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने भी केंद्र सरकार (Central Government) से बच्चों की सुरक्षा की मांग की है।