बनारस में बोरे में मिले 92 लाख के नोट हजम कर गए पुलिसकर्मी, खुलासा हुआ तो 7 सस्पेंड
वाराणसी में लावारिस कार में 92 लाख 94 हजार रुपए मिलने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। मामले में जांच के बाद पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद तत्कालीन थाना प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस कमिश्नर द्वारा मामले की जांच करवाई गई थी। जांच में पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध नजर आई इसके बाद कार्रवाई की गई है।
वहीं दूसरी तरफ गुजरात के रहने वाले एक व्यापारी द्वारा 1.40 लाख रुपए लूट लिए जाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। व्यापारी का आरोप है कि सारनाथ के रहने वाले अजीत मिश्रा नामक व्यक्ति ने अपने एक दर्जन साथियों के साथ असलहे के बल पर लूट किया था। व्यापारी द्वारा संभावना जताई जा रही है कि लावारिस कार में मिले रुपए उसी के हैं।
आधी रात को पुलिस ने जारी की विज्ञप्ति: वाराणसी जिले के भेलूपुर थाना अंतर्गत शंकुलधारा पोखरा के समीप से 30 मई की रात में एक लावारिस कार से पुलिस ने 92 लाख 94 हजार रुपए बरामद किए थे। रुपए बरामद किए जाने के बाद काफी देर तक इस मामले को छुपाए रखा गया।
रात 12 बजे पुलिस प्रेस नोट जारी किया गया लेकिन प्रेस नोट में कार नंबर और अन्य जानकारियां नहीं दी गई। इस बारे में भेलूपुर के तत्कालीन थाना प्रभारी रमाकांत दुबे से बात किया गया तो उन्होंने भी मीडिया को कुछ भी बताने से इनकार किया।
मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इस घटना की जांच कराई गई। जांच के दौरान पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आने पर पुलिस कमिश्नर द्वारा तत्काल थाना प्रभारी भेलूपुर सहित सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। अब उन सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।