Noida: 32 हजार फ्लैटों पर लटकी रजिस्ट्री की तलवार, प्राधिकरण ने 126 बिल्डरों को जारी किया नोटिस
ग्रेटर नोएडा। जिला प्रशासन ने रजिस्ट्री नहीं कराने पर 126 प्रोजेक्टों के बिल्डरों को नोटिस जारी किए हैं। बिल्डरों को एक माह का समय दिया गया है। अगर बिल्डरों ने रजिस्ट्री नहीं कराई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन प्रोजेक्ट में 32882 फ्लैट हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की तरफ से आक्यूपेंसी सर्टिफिकेट और कंप्लीशन सर्टिफिकेट भी जारी हो चुके हैं, लेकिन बिल्डर रजिस्ट्री नहीं करवा रहे हैं।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में हजारों फ्लैट खरीदार कब्जा मिलने का इंतजार कर रहे हैं। काफी खरीदारों को कब्जा भी मिल चुका है। लेकिन बिल्डर उनकी रजिस्ट्री नहीं कर रहे हैं। लगातार शिकायत आने और राजस्व के नुकसान को देखकर प्रशासन ने रजिस्ट्री नहीं कराने वाले बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। प्रशासनिक अफसरों ने बताया कि तीनाें प्राधिकरण से ओसी और सीसी मिलने वाले प्रोजेक्टों की नवीनतम सूची ली गई है। इनमें 71 प्रोजेक्ट नोएडा और 52 प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा और तीन प्रोजेक्ट यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के हैं।
प्रशासन को मिलेगा करीब 1500 करोड़ का राजस्व
फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं होने से प्रशासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। 32 हजार फ्लैटों की रजिस्ट्री होने से प्रशासन को 1400 करोड़ से अधिक का राजस्व मिलेगा। सबसे अधिक राजस्व 1200 करोड़ नोएडा में फ्लैटों की रजिस्ट्री से मिलेगा। वहीं ग्रेटर नोएडा में करीब 260 करोड़ का राजस्व मिलेगा।
पिछले माह ग्रेनो में हुई 547 फ्लैटों की रजिस्ट्री
ग्रेेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पिछले माह 547 फ्लैटों की रजिस्ट्री हुई थी। अफसरों ने बताया कि अन्य माह से पिछले माह फ्लैटों की रजिस्ट्री अधिक हुई है। सबसे अधिक दादरी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 491 फ्लैटों की रजिस्ट्री हुई है। उससे 12.80 करोड़ का राजस्व मिला है। इसी तरह ग्रेटर नोएडा सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 52 फ्लैटों की रजिस्ट्री से 1.20 करेाड़ का राजस्व और यमुना प्राधिकरण के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 4 फ्लैटों की रजिस्ट्री से 12 लाख का राजस्व मिला है।
जल्द बिल्डरों को तलब करेगा प्रशासन
नोटिस भेजने के साथ ही जिलाधिकारी ने सभी बिल्डरों को तलब किया है। जल्द ही कलेक्ट्रेट के सभागार में सभी बिल्डरों के साथ बैठक की जाएगी। बैठक में बिल्डरों से रजिस्ट्री नहीं करने का कारण पूछा जाएगा। अगर प्राधिकरण या प्रशासन स्तर पर किसी तरह की अड़चन होगी तो उसको तत्काल दूर कराया जाएगा। बिल्डरों को रजिस्ट्री कराने के सख्त निर्देश दिए जाएंगे।
किस सब रजिस्ट्रार कार्यालय में कितनी होंगी रजिस्ट्री
कार्यालय प्रोजेक्ट फ्लैट राजस्व
ग्रेटर नोएडा 16 3164 90.27 करोड़
यमुना प्राधिकरण 03 1754 44.88 करोड़
दादरी 36 3964 123.67 करोड़
नोएडा के तीन 71 24000 1200 करोड़
लंबित रजिस्ट्री के प्रमुख बिल्डर
बिल्डर का नाम फ्लैट राजस्व मिलेगा
एसजेपी होटल एंड रिसॉर्ट 579 16.54 करोड़
एटीएस रियल्टी 904 24.41 करोड़
अजनारा इंडिया 695 15.29 करोड़
नंदी इंफ्राटेक 491 14.14 करोड़
रतन बिल्डटेक 444 14.43 करोड़
स्टार सिटी रियल एस्टेट 511 13.35 करोड़
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 126 प्रोजेक्टों के बिल्डरों को नोटिस जारी किए गए हैं। अगर अब रजिस्ट्री नहीं कराते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रजिस्ट्री को लेकर जल्द बिल्डरों के साथ बैठक भी की जाएगी। वहीं प्राधिकरण से अब हर माह ओसी व सीसी जारी करने की सूची मांगी जाएगी। ताकि फ्लैटों की रजिस्ट्री समय पर हो सके।
श्याम सिंह बिसेन, एआईजी द्वितीय, निबंधन विभाग