हॉस्पिटल में बच्चे का गलत इलाज, हाथ काटने की नौबत… डॉक्टर ने कहा- ये आरोप गलत
रायबरेली : नेहरू नगर में संचालित निजी नर्सिंग होम में निमोनिया से ग्रसित दो माह के बच्चे को गलत विगो लगा दिया गया, जिसकी वजह से उसका बायां हाथ सड़ गया। बच्चे का हाथ काटने की नौबत आ गई तो उसके पिता घबरा गए और डीएम से न्याय की गुहार लगाई। फिलवक्त बच्चे को एम्स में भर्ती कराया गया है और निजी नर्सिंग होम की लापरवाही की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है।
लालगंज के रानीपुर निवासी सुरेंद्र के बेटे राघव को निमोनिया हो गया था। 13 जून को उसे सत्यम हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। सुरेंद्र ने बताया की उपचार के दौरान बच्चे के बाएं हाथ में विगो सही से नहीं लगाया गया था, जिसकी वजह से उसे एक फुंसी हो गई थी, जो बाद में फोड़ा में तब्दील हो गई। निमोनिया तो ठीक हो गया, लेकिन हाथ का घाव लगातार बढ़ता गया।
नर्सिंग होम के डाक्टरों ने इलाज से मना किया तो 21 जून को वह घर चला गया और 22 जून को उसने बच्चे को एम्स में भर्ती करा दिया। सुरेंद्र के मुताबिक 26 जून को एम्स के चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे के बाएं हाथ में इंफेक्शन फैल गया है, इसका हाथ काटना पड़ेगा।
यह सुनने के बाद वह उसी दिन बच्चे को लेकर घर चला गया। मंगलवार को सुरेंद्र जिलाधिकारी से मिला और पूरी बात बताई। उसने नर्सिंग होम के चिकित्सक व कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए। बताया कि गलत विगो लगाने की वजह से फुंसी हुई थी, उसी वक्त चिकित्सक को टोका गया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। फुंसी फोड़ा बन गई और पूरे हाथ में इन्फेक्शन फैल गया। दो माह के बच्चे का हाथ कट जाएगा तो बेचारा क्या करेगा।
जांच करने पहुंची टीम
जिलाधिकारी के निर्देश पर सीएमओ डॉ वीरेंद्र सिंह ने तीन सदस्य टीम को जांच करने सत्यम हॉस्पिटल भेजा। एसीएमओ डा अरविंद, बाल रोग डा सत्यजीत और सर्जन डा अजय शंकर ने जांच की और बच्चे के इलाज से संबंधित जरूरी रिकॉर्ड सील कर दिए।
सत्यम हॉस्पिटल में बच्चे के इलाज में लापरवाही की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी जाएगी।
डा वीरेंद्र सिंह, सीएमओ
निमोनिया से पीड़ित मेरे नर्सिंग होम में बच्चा 13 जून को भर्ती हुआ था। ठीक होकर घर गया । हाथ में जख्म होने की शिकायत लेकर फिर आया लेकिन हालत गम्भीर होने पर उसे जिला अस्पताल व एम्स में जाने की सलाह दी गई थी।
डा केएस सिंह, नर्सिंग होम संचालक