हरिद्वार से कावड़ लाते वक्त युवक की हार्टअटैक से मौत, पीछे छोड़ गया बीवी और बच्चे
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख गांव के रहने वाले सुदेश भाटी के 28 वर्षीय पुत्र चेतन भाटी डाक कांवड़ लेने के लिए अपने दोस्तों के साथ हरिद्वार गए थे। वहां से वापस लौटते दौरान शुक्रवार को चेतन रूड़की में बेहोश हो गए।
बेहोश होने के बाद जब वह सड़क पर गिरे तो वहां मौजूद लोगों ने उनको उठाकर ठेली पर लेटाया। होश आने पर चेतन को पानी पिलाया और नहलाया गया। तबीयत ठीक नहीं लगने पर उन्हें बाइक पर बैठाकर अस्पताल जाने के लिए निकले, लेकिन कांवड़ यात्रा की वजह से सड़क पर भारी जाम था।
जाम में एक घंटे तक एक ही जगह फंसा रहा चेतन
मोटर साइकिल जाम के कारण आगे नहीं बढ़ सकी। एक घंटे तक वह जाम में एक ही स्थान पर फंस रहे। कांवड़ ला रहे अन्य किसी भी व्यक्ति ने उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए रास्ता नहीं दिया। तेज संगीत बजाते टेंपों सड़कों पर खड़े रहे। तेज संगीत के कारण उनकी हालत और बिगड़ गई।
जल्दी पहुंच जाते अस्पताल तो बच जाती जान
उन्हें अस्पताल पहुंचने में करीब साढ़े तीन घंटे लग गए। सुबह 11 बजे चेतन को अस्पताल ले जाने के लिए निकले उसके दोस्त दोपहर ढाई बजे अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों के मुताबिक तब तक चेतन की मौत हो चुकी थी। यदि समय पर चेतन अस्पताल पहुंच जाते तो उनकी जान बच सकती थी।
दावा किया गया है कि अधिक जाम होने की वजह से अस्पताल पहुंचने में देरी हुई। शनिवार दोपहर तीन बजे के करीब युवक का शव बिसरख गांव पहुंचा। गांव में कोहराम मच गया।
चार बजे शव का अंतिम संस्कार किया गया। घटना के बाद से चेतन के घरवालों का रो रो कर बुरा हाल है। डाक्टरों ने दावा किया है कि हृदय गति रूकने से चेतन की मौत हुई है।