5 लाख की रिश्वत मांगने वाला दनकौर कोतवाली का दरोगा सस्पेंड
दनकौर/ग्रेटर नोएडा। डॉ. सतीश शर्मा जाफ़रवादी। दनकौर कोतवाली में तैनात रिश्वतखोर दारोगा के खिलाफ पुलिस अधिकारियों ने प्रभावी कार्रवाई की है।आरोपी दरोगा रामभजन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। अन्य पुलिसकर्मियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि यदि इस मामले में अन्य पुलिसकर्मी भी दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में गुरुवार की देर शाम तक कोई कार्रवाई नहीं की थी। इस बाबत पीड़ित परिजनों में रोष व्याप्त था। मृतक महिला के पति ने कहा था कि वह परिवार सहित प्रदर्शन कर इस मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से करेंगे।
क्या है पूरा मामला
दनकौर कस्बे के तुलसी नगर मोहल्ला निवासी महिला मोनी ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी। मोनी और उसके पति के खिलाफ दनकौर कोतवाली में कोर्ट के आदेश पर एक मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले की जांच दरोगा राम भजन सिंह कर रहे थे। दरोगा राम भजन सिंह पर आरोप था कि उन्होंने केस को रफा-दफा करने के लिए 5 लाख की रिश्वत मांगी। पीड़ित लोगों ने 2 लाख की रिश्वत दे दी। 3 लाख की रिश्वत के लिए दरोगा आए दिन दबाव बनाकर मोनी और पति को जेल भेजने की धमकी देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। परिजनों का आरोप है कि इसी प्रताड़ना में मोनी ने आत्महत्या की थी।
मोनी के शव के साथ दनकौर कोतवाली पर बुधवार को सैकड़ों परिजनों ने प्रदर्शन कर हंगामा किया था। आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी और दरोगा राम भजन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी दरोगा के खिलाफ जांच के आदेश डीसीपी ग्रेटर नोएडा को दिए थे।
पुलिस अधिकारियों की जांच में आरोपी दरोगा दोषी पाए गए हैं। अन्य पुलिसकर्मियों की भी जांच हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि अन्य पुलिसकर्मी इस प्रकरण में दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।