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अब जेवर एयरपोर्ट की सीमा अलीगढ़ बॉर्डर तक 7800 हेक्टेयर तक पहुंचा भूमि अधिग्रहण पांचवें चरण में जाएगी इन गांव की जमीन

ग्रेटर नोएडा। डॉ सतीश शर्मा जफराबादी। जेवर अंतरराष्ट्रीय अड्डे का दायरा और बढ़ गया है ।5500 हेक्टेयर के अलावा पांचवे में चरण में आधा दर्जन गांव की जमीन का और अधिग्रहण होगा। जेवर एयरपोर्ट का दायरा अब 7800 हेक्टेयर क्षेत्र तक पहुंच जाएगा।

यमुना प्राधिकरण ने पांचवें चरण की जमीन अधिग्रहण की शान से अनुमति लेने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल प्राधिकरण ने एविएशन हब का दायरा 1250 हेक्टेयर और बढ़ाया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का क्षेत्र 7800 हेक्टेयर तक पहुंच गया। इस हब में 4752 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है। इसमें से 1334 हेक्टेयर का अधिग्रहण पूरा हो गया।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है।पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत कर ली गई। इसमें एयरपोर्ट का निर्माण चल रहा है। दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन ली जा रही है। इसमें मुआवजा बांटा जा रहा है। तीसरे-चौथे चरण का एक साथ नोटिफिकेशन हो गया है। इस चरण में 2054 हेक्टेयर जमीन के लिए एसआईए का नोटिफिकेशन हो गया है। प्राधिकरण के सेक्टर-7 और 8 एविएशन हब में शामिल हैं। दोनों सेक्टर में करीब 1800 हेक्टेयर जमीन है। इसमें एविएशन इंडस्ट्री लगेगी। इस 1250 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने के लिए जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जमीन अधिग्रहण के बाद इसकी चारदीवारी करवाई जाएगी।

इन गांव की जमीन का होगा अधिग्रहण
यमुना प्राधिकरण ने एविएशन हब के लिए 1250 हेक्टेयर जमीन और आरक्षित कर दी है। यह जमीन अहमदपुर चरौली, मंगरौली, सादुल्लापुर ऊर्फ मडलपुर, भभोकरा, दयोरार और अलावलपुर की है। मास्टर प्लान 2041 में इसका प्रावधान कर दिया गया है। अब इसका दायरा 7800 हेक्टेयर हो गया है। इस जमीन को शामिल करने से गौतम बुद्ध नगर और अलीगढ़ जिले की सीमा मिल गई है।

खुर्जा-पलवल रेलमार्ग का एलाइनमेंट बदला

एनसीआर को रेलमार्ग से जोड़ने के लिए आर्बिट रेल प्रस्तावित है। आर्बिट रेल एविएशन हब में शामिल की गई 1250 हेक्टेयर जमीन से प्रस्तावित थी। इसके अलावा इसी जमीन पर खुर्जा-पलवल रेलमार्ग प्रस्तावित है। अब दोनों मार्ग 1250 हेक्टेयर से बाहर प्रस्तावित किए गए हैं। मास्टर प्लान-2041 में इसका प्रावधान कर दिया गया है।

दूसरे चरण में बनेगा एमआरओ हब

प्रदेश सरकार ने स्विस कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को जेवर एयरपोर्ट के विकास का जिम्मा सौंपा है। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में निर्माण चल रहा है। दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसमें एमआरओ हब विकसित किया जाएगा। इसके विकास के लिए कंपनी चयन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।

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