दुष्कर्म की पीडिता तीन माह की गर्भवती ने कोतवाली में खाया जहर
पुलिस लापरवाही से थी क्षुब्ध
मामा पर लगा दुष्कर्म का आरोप
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता।
दनकौर कोतवाली के मंडी श्याम नगर कस्बे में रिश्ते के मामा ने एक युवती के साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म की शिकायत लेकर दनकौर कोतवाली पुलिस ने भी मामले को रफा दफा करना चाहा। युवती की शिकायत पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिर पुलिस की लापरवाही से नाराज होकर युवती ने दनकौर कोतवाली में जहर खा लिया। आनन-फ़ानन में हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में युवती की हालत नाजुक बनी हुई है।
रविवार को शाम मंडी श्याम नगर से एक युवती अपने साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत लेकर कोतवाली पहुंची थी। युवती तीन माह की गर्भवती थी। परिवार के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने कई घंटे तक शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की तो उनकी बेटी को मजबूरी में जानलेवा कदम उठाना पड़ा है।
बागपत जिले के खेकड़ा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली युवती करीब 3 महीने पहले दनकौर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले अपने रिश्ते के मामा के घर आई थी। किसी आवश्यक कार्य के चलते युवती यहां पर कुछ दिन तक रुकी थी। जिसके बाद अपने गांव चली गई। युवती का आरोप है कि रिश्ते के मामा ने जबरन उससे दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। साथ ही पीड़ित के अश्लील फोटो और वीडियो भी बना लिए गए थे। आरोपी फोटो और वीडियो को प्रसारित करने की धमकी दी गई थी जिसके चलते पीड़ित ने परिवार को अपने साथ हुई घटना की जानकारी नही दी थी। जब पीड़िता को जानकारी हुई कि वह तीन महीने की गर्भवती हो चुकी है तो उसने पुलिस से शिकायत करने का मन बनाया। रविवार को पीड़ित दनकौर कोतवाली पहुंच गई और आरपी रिश्ते के मामा के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग करने लगी। वह करीब तीन घंटे तक पुलिस की कार्रवाई का इंतजार करती रही। लेकिन जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पीड़ित ने कोतवाली के शौचालय में पहुंचकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। जब युवती की हालत बिगड़ने लगी तो जानकारी हुई कि उसने जहर जहरीला पदार्थ खाया गया है। जिसके चलते उसे इलाज के लिए परिवार के लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया गया। समाचार लिखे जाने तक युवती की हालत नाजुक बनी हुई है। कोतवाली प्रभारी दनकौर संजय सिंह का कहना है कि युवती शिकायत करने आई थी। उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई तो परिवार के लोगों ने उसको अस्पताल में भर्ती कराया है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।