10 साल बाद भी फ्लैट नहीं दिया नामी रियल स्टेट कंपनी का मालिक गिरफ्तार जेल गया
नहीं काम आया रसूख और पैसा
ग्रेटर नोएडा। डॉ सतीश शर्मा जफराबादी। स्पोर्ट्स सिटी स्थित जेपी ग्रीन्स में 36 माह में फ्लैट देने का झांसा देकर 10 वर्ष बाद भी फ्लैट नहीं देने के आरोप में एनसीआर की नामी रियल स्टेट कंपनी के मालिक को क्राइम ब्रांच और दनकौर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में हाजिर किया । गुरुवार को देर शाम न्यायालय में चली बहस और तर्कों के बाद आखिर न्यायालय ने आरोपी को जेल भेज दिया। एनसीआर के नामी ग्रामीण रियल स्टेट के मालिक की गिरफ्तारी से लेकर कोर्ट में हाजिर करने तक काफी गहमा गहमी रही। कद्दावर लोगों ने खूब सिफारिश की। लेकिन गलत काम के आगे पैसा और रसूख कोई काम नहीं आया।
एनसीआर की जानी-मानी रियल एस्टेट कंपनी इंपीरिया स्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड ने जेपी ग्रीन्स में मिराज टावर में 24 लोगों से करोड़ों में फ्लैट बुक किए थे। कन्नौज निवासी विनीत गुप्ता ने भी लाखों रुपए देकर फ्लैट बुक कराया था।
विनीत गुप्ता का आरोप है कि कंपनी के मालिक हरप्रीत बत्रा और विजेंद्र बत्रा ने अपने विक्रय प्रतिनिधि विवेक गुप्ता के साथ मिलकर वर्ष 2013 में उनसे लाखों रूपए लेकर फ्लैट बुक कराया और 36 माह में फ्लैट पर कब्जा देने का आश्वासन दिया था।
आरोप है कि 10 वर्ष पश्चात भी खरीदार को ना तो फ्लैट दिया गया और ना ही जिस जगह पर टावर बनना था उसे पर निर्माण कार्य शुरू हुआ। पीड़ित ने अपने पैसे की मांग की तो उसे धमकी देकर प्रताड़ित किया गया। इस संबंध में पुलिस कमिश्नरेट गौतम बुध नगर के वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद विनीत गुप्ता ने वर्ष 2023 में दनकौर कोतवाली में हरप्रीत बत्रा, विजेंद्र बत्रा और विवेक गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। 10 लख रुपए से अधिक का वित्तीय लेनदेन होने के कारण इस मामले को दनकौर पुलिस ने क्राइम ब्रांच में स्थानांतरित किया था। क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जांच की और रियल स्टेट कंपनी के मालिक हरप्रीत बत्रा को आरोपी पाया। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विनोद कुमार और दनकौर पुलिस ने गुरुवार को हरप्रीत बत्रा को गिरफ्तार कर लिया।
दनकौर कोतवाल संजय कुमार सिंह ने बताया कि विनीत गुप्ता के अलावा काफी लोगों से हरप्रीत बत्रा के विक्रय प्रतिनिधि ने कई अन्य लोगों से लाखों रुपए देकर ठगी की थी। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।